मधुबनी : आयुक्त द्वारा बाढ़ राहत की समीक्षा बैठक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 22 अगस्त 2017

मधुबनी : आयुक्त द्वारा बाढ़ राहत की समीक्षा बैठक

darbhanga-commissioner-dm-madhubani-sp-madhubani-flood-meeting
मधुबनी, 22 अगस्त; दरभंगा प्रमण्डल आयुक्त श्री आर.के.खंडेलवाल द्वारा मंगलवार को मधुबनी समाहरणालय स्थित सभागार में बाढ़ राहत की समीक्षा बैठक की गई। जिसमें उन्होंने राहत कार्य पर संतोष व्यक्त किया। बैठक में जिला पदाधिकारी मधुबनी श्री शीर्षत कपिल अशोक, पुलिस अधीक्षक श्री दिपक वरनवाल, ए.डी.एम., आपदा प्रभारी, सिविल सर्जन, जिला पशुपालन पदाधिकारी सहित सभी विभागो के कार्यपालक अभियंता एवं वरीय उपसमाहर्ता उपस्थित थे। 


1 स्वास्थ्य- आयुक्त द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों को महामारी, बीमारी न हो इसके लिए त्वरित इलाज की व्यवस्था सुनिष्चित करने का निदेष दिया। उन्होंने आदेष दिया कि सभी डाॅक्टर अपनी उपस्थिति पंजी में दो बार दर्ज करें। साथ ही अस्पतालों में दवा हेतु लम्बी लाईन न लगे इसकी व्यवस्था सुनिष्चित करने का निदेष दिया। राहत कम्पों में डाक्टरो की संख्या बढाने का भी निदेष दिया।

2. कृषि- आयुक्त द्वारा फसल क्षति सर्वेक्षण कार्य ससमय पुरा करने का निदेष दिया। उन्होंने जिला पदाधिकारी को जियो टैग से सर्वे कराये जाने की व्यवस्था पूर्णतः लागू करने का निदेष दिया। सर्वे कार्य में उन्होंने पूर्णरूपेण पारदर्षिता कायम रखने का निदेष दिया। जिससे की दोहरीकरण और अनियमितता ना हो सके। फसल क्षति अनुदान षीध्र देने का भी निदेष दिया। उन्होंने जिला पदाधिकारी के कुषल पहल की प्रषंसा की। 

3. सडक- आयुक्त द्वारा उपस्थित कार्यपालक अभियंताओं से एैसा मास्टर प्लान बनाने का निदेष दिया कि जिससे बाढ़ के पानी से सड़क क्षतिग्रस्त न हो तथा यातायात प्रभावित नहीं हो सके। उन्होंनेे गढ्ढानुमा सड़क को षीध्र भराव करने एवं भविष्य में जल-जमाव न हो इसके लिए इस बाढ़ से सीखने की जरूरत बताया।

4. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण- आयुक्त ने स्कुलो और सामुदायिक भवन के अलावे कम्यूनिटि सेंटर में पुरूष एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग षौचालय की व्यवस्था करने का निदेष दिया, जिससे की लोग खुले में षौच से बचे और उन्हें बीमारी से बचाया जा सके। 


5. संचार- आयुक्त ने मोबाइल सुविधा सुचारू रहे इसके लिए जिला पदाधिकारी को सभी मोबाइल कम्पनियों के स्थानीय अधिकारियों को वे निदेष दे कि संचार व्यवस्था दुरूस्त रहे। जिससे कि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पडे़।

6. विधुत- उन्होंने विभाग के अभियंता को जले हुए ट्रांसफर्मर एवं जर्जर तारो को षीध्र बदलने और मरम्मती का निदेष दिया। खासकर पी.एच.सी. और राहत कैम्पों में चैबीस घंटे बिजली कायम रखने को कहा। जिला पदाधिकारी ने बताया कि सभी राहत कैम्पो, अस्पतालो एवं कम्यूनिटि संेटर में जेनरेटर की भी अतिरिक्त व्यवस्था उपलब्ध कराया गया है।

आयुक्त ने बाढ राहत षिविर, कम्यूनिटि किचेन में बच्चों, महिलाओं, पुरूषो के लिए ज्ञानवर्द्धक कार्यक्रमों से जोड़ने की व्यवस्था करने का निदेष दिया। इसमें विस्थापित परिवारों में से ही प्रषिक्षक चुनने को कहा।

कोई टिप्पणी नहीं: