नयी दिल्ली 22 अगस्त, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बौद्धिक संपदा अधिकार कानून को प्रभावी तरीके से लागू करने पर जोर देते हुए आज कहा कि नकली उत्पादों का कारोबार गंभीर समस्या के रूप में उभर रहा है। श्री सिंह ने यहां ‘राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार क्रियान्वयन कार्यशाला’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि नकली उत्पादों का कारोबार संगठित अपराध के तौर पर उभर रहा है और यह एक गंभीर समस्या है। इस तरह की गतिविधियों से अपराधों और आतंकवादियों को धन उपलब्ध कराया जाता है। इससे अवैध धन को भी बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को बौद्धिक संपदा अधिकारों के संबंध में पूरी तरह से जागरूक और जानकार होना चाहिए। उन्हें इस संबंध में पूरी तरह से प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिए। इससे बौद्धिक संपदा अधिकारों का उल्लंघन रोकने में मदद मिलेगी। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि लोगों को बौद्धिक संपदा अधिकारों के संबंध में जागरूक तथा सचेत होना चाहिए। उन्होंने देश में बौद्धिक संपदा अधिकारों के संरक्षण के लिए एक प्रणाली स्थापित करने पर भी जोर दिया। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा देश में नवाचार को बढ़ावा देेने के लिए माहौल बनाया जा रहा है। विश्व बौद्धिक संपदा संगठन के सहयोग से पंजाब और तमिलनाडु में दो प्रौद्योगिकी एवं नवाचार सहयोग केंद्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने भविष्य की सुरक्षा के लिए बौद्धिक संपदा के संरक्षण के महत्व को समझना चाहिए। तीन दिन तक चलने वाली इस कार्यशाला में देशभर से प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं , जो बौद्धिक संपदा अधिकार कानून को लागू करने के तौर तरीकों पर विचार- विमर्श करेंगे।
मंगलवार, 22 अगस्त 2017
नकली उत्पादों का कारोबार गंभीर समस्या: राजनाथ
Tags
# देश
# स्वास्थ्य
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
स्वास्थ्य
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें