नयी दिल्ली 08 अगस्त, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने का उद्देश्य अनौपचारिक क्षेत्र को औपचारिक बनाना है। श्री गोयल ने यहां फिक्की की महिला इकाई एफएलओ को संबोधित करते हुये कहा कि जीएसटी फ्रेमवर्क में शुरू से लेकर अंत तक एक एक लेनदेन का हिसाब रखने, उत्पादन स्थल से अंतिम विक्रय केन्द्र तक का रिकार्ड रखने और पादर्शिता लाने के साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त कारोबारी माहौल का निर्माण करने पर आधारित है। उन्होंने अनौपचारिक क्षेत्र को औपचारिक बनने से होने वाले लाभों को गिनाते हुये कहा कि जीएसटी से न:न सिर्फ करदाता आधार बढ़ेगा बल्कि इससे कर दरों में भी कमी आयेगी। कर राजस्व में बढोतरी होने से गरीब, वृद्ध, बच्चे और महिलाओं के साथ ही समाज के निचले तबके के लोगों के कल्याण पर व्यय करने के लिए अधिक धनराशि भी मिलेगी। इसके अतिरिक्त सरकार को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण करने के लिए भी राजस्व मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी से भेदभाव मुक्त एक समान तंत्र बनेगा क्योंकि यह प्रौद्योगिकी आधारित है। पहले कई तरह के कर लगाये जा रहे थे लेकिन अब सिर्फ जीएसटी लग रहा है।
बुधवार, 9 अगस्त 2017
अनौपचारिक क्षेत्र को औपचारिक बनायेगा जीएसटी: गोयल
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