पटना 06 अगस्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाते हुये कहा कि भूमि का जलस्तर बढ़ाने के लिए नालंदा जिले में शुरू किये गये प्रोजेक्ट जल संचय को राज्य के सभी जिले विशेषकर दक्षिण बिहार के जिलों में लागू किया जाएगा। श्री कुमार ने ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग की कल यहां हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों को नालंदा जिला में मनरेगा के तहत शुरू किये गए प्रोजेक्ट जल संचय को रोल मॉडल बनाते हुए इसे राज्य के सभी जिले विशेषकर दक्षिण बिहार के जिलों में लागू करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने सामाजिक वानिकी के तहत निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप वृक्षारोपण कराने का निर्देश दिया ताकि राज्य में वन आच्छादन में वृद्धि हो सके। साथ ही वंचित वर्ग, महिलाओं, वृद्ध, दिव्यांगों को वन पोषक के रूप में मनरेगा के अन्तर्गत रोजगार मुहैया कराया जा सके। उन्होंने सभी सक्रिय मनरेगा मजदूरों का शत-प्रतिशत आधार सीडिंग दिसम्बर माह तक पूर्ण करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया कि जिन पात्र लाभुकों के पास वास भूमि नहीं है, उन्हें भूमि उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से समन्वय कर कार्रवाई सुनिश्चित करे। श्री कुमार ने विकास प्रबंधन संस्थान की महत्ता को रेखांकित करते हुए इसे विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए विभिन्न तरह के सामाजिक, नेतृत्व एवं आजीविका संवर्द्धन से संबंधित विषयों पर कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सामाजिक क्षेत्र में विकास के लिए इस उत्कृष्ट प्रबंधन संस्थान की नींव रखी गयी है। उन्होंने इस संस्थान का स्वरूप राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने का निर्देश दिया गया। मुख्यमंत्री ने पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक में खासकर पंचायत स्तर पर सरकारी भवनों के निर्माण तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना को तीव्र गति से कार्यान्वित करने का निर्देश दिया। बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त श्री शिशिर सिन्हा, सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज अरविन्द चैधरी, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा एवं मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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