पर्यावरण सुरक्षा हर संभव कदम उठायेगी सरकार : नीतीश कुमार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 7 अगस्त 2017

पर्यावरण सुरक्षा हर संभव कदम उठायेगी सरकार : नीतीश कुमार

save-environment-nitish
पटना 07 अगस्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से हर संभव कार्य करने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि राज्य में 24 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य लगभग हासिल कर लिया गया है और जल्द ही प्रदेश में हरित आवरण क्षेत्र 15 प्रतिशत करने के लक्ष्य को भी प्राप्त कर लिया जायेगा। श्री कुमार ने रक्षा बंधन के अवसर पर यहां वीर कुंवर सिंह पार्क में आयोजित वृक्ष सुरक्षा दिवस कार्यक्रम में वृक्ष को राखी बांधने तथा वृक्षारोपण के बाद कहा कि वर्ष 2011 से ही रक्षा बंधन को बिहार में वृक्ष सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सभी पेड़ को राखी बांधते हैं तथा उसकी रक्षा का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड के अलग होने के बाद बिहार का हरित आवरण (ग्रीन कवर) 09 प्रतिशत से भी कम हो गया था लेकिन उनकी सरकार के प्रयास से अब यह 15 प्रतिशत तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का हरित आवरण क्षेत्र बढ़ाने को लेकर उनकी सरकार में काफी विचार-विमर्श के बाद यह तय हुआ था कि राज्य के हरित आवरण को अधिकतम 17 प्रतिशत तक ले जाया जा सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुये यह तय किया गया कि वर्ष 2017 तक बिहार के ग्रीन कवर को 15 प्रतिशत तक ले जाया जायेगा । इसके लिये वर्ष 2011 से हरियाली मिशन की शुरूआत की गयी और 24 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। उन्होंने कहा कि आज इस निर्धारित लक्ष्य को लगभग प्राप्त कर लिया गया है और जल्द ही बिहार का हरित आवरण क्षेत्र 15 प्रतिशत करने के लक्ष्य को भी प्राप्त कर लिया जायेगा ।



श्री कुमार ने कहा कि राज्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम ( मनरेगा) कार्यक्रम के तहत भी वृक्षारोपण का कार्य किया गया है। विभिन्न बांधों के अलावा सड़क किनारे वृक्ष लगाये गये। किसानों को भी खेत के चारो तरफ वृक्ष लगाने को कहा गया , इससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि शुरूआत में बिहार में पेड़ लगाने के लिये पौधों की उपलब्धता कम थी लेकिन उनकी सरकार ने इस ओर भी ध्यान दिया और आज प्रदेश में लगाने के लिये पर्याप्त मात्रा में पौधे उपलब्ध हैं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपने संसाधनों से वृक्षारोपण कार्य का सर्वेक्षण भी करायेगी। इसके साथ ही राज्य में वृक्षारोपण कार्य को और तेजी से आगे बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज मौसम का जो मिजाज बदलता दिख रहा है वह पर्यावरण से छेड़छाड़ का ही नतीजा है । कभी कम वर्षा, तो कभी भारी वर्षा इसका ही प्रमाण है। श्री कुमार ने कहा कि गंगा नदी की अविरलता और निर्मलता बनाये रखने के लिये राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार मिलकर काम कर रही है। आज गंगा नदी में गाद जमा है, थोड़ी वर्षा होने पर भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि नाले के पानी का ट्रीटमेंट किया जायेगा लेकिन उसे नदियों में नहीं छोड़ा जायेगा बल्कि इस जल का उपयोग सिंचाई के लिये किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के किनारे ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा दिया जायेगा और सिंचाई के लिये सिवरेज ट्रीटमेंट के पानी का उपयोग किया जायेगा। इसके साथ ही उर्वरक के लिए वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि लावारिस घूम रहे पशुओं को गौशाला में रखने के लिये पटना जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है। अब पटना साहिब के गौशाला में लावारिस पशुओं को रखा जा रहा है। इन मवेशियों के गोबर एवं मूत्र का उपयोग जैविक कृषि में किया जायेगा। 


श्री कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कहा करते थे ‘पृथ्वी सक्षम है, आपकी जरूरतों को पूरा करने में, न कि आपकी लालच को पूरा करने में।’ उन्होंने कहा ,‘ हमें पर्यावरण पर पूरा ध्यान देना होगा। जो कुछ प्रकृति  ने दिया है, उसका सदुपयोग करें। इससे संतुलन कायम रहेगा।’  मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर कुंवर सिंह पार्क में उनकी प्रतिमा स्थापित की जायेगी, साथ ही आजादी की लड़ाई  में बिहार की भूमिका से संबंधित आलेख लगाये जायेंगे, जिससे इस पार्क में आने वाले बच्चों को हमारे इतिहास के संदर्भ में पूरी जानकारी मिलेगी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में वन क्षेत्र को 2017 तक 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसे लगभग हासिल कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में इसे और दो प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य है। कार्यक्रम के दौरान बच्चियों एवं महिलाओं ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को राखी बांधी। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री विनोद नारायण झा, विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण विवेक कुमार सिंह और मुख्य वन संरक्षक डी0के0 शुक्ला समेत कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

कोई टिप्पणी नहीं: