बिहार : टेलीफिल्म “येसु आइए” का प्रीमियर शो - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 19 अगस्त 2017

बिहार : टेलीफिल्म “येसु आइए” का प्रीमियर शो

  • जीसस प्रोडक्शन्स, पटना एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिनेमा एवं टेलीविजन की संस्था “सिगनीस इंडिया” द्वारा निर्मित टेलीफिल्म “येसु आइए” का प्रीमियर शो

telefilm-primer-show
पटना। जीसस प्रोडक्शन्स, पटना एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिनेमा एवं टेलीविजन की संस्था “सिगनीस इंडिया” द्वारा निर्मित टेलीफिल्म “येसु आइए” का प्रीमियर शो का दीप जलाकर उद्घाटन किया गया। वहीं ‘‘येसु आइए’ डीवीडी का लोकार्पण किया गया। शनिवार को पटना की प्रतिष्ठित स्कूल नोट्रेडेम एकेडमी के जुली प्रेक्षागृह में आयोजित जीसस प्रोडक्शन्स के निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस ने आगत लोगों का स्वागत किया। इसने कहा कि नोट्रेडेम एकेडमी के सिस्टर हैं तो नोट्रेडेम एकेडमी के बद्रर हूं। आपलोगों की छत्रछाया में रहकर  सीखने और बढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। यह जीसस प्रोडक्शन्स, पटना एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिनेमा एवं टेलीविजन की संस्था “सिगनीस इंडिया” द्वारा प्रोडक्शन्स की 27 वीं0 प्रस्तुति है। इस प्रीमियर शो के मुख्य अतिथि पटना महाधर्मप्रांत के विकर जेनरल फादर प्रेमप्रकाश और इन्फैंट जीसस स्कूल के निदेशक पास्कल पीटर ओस्ता थे। मौके पर विक्टर फ्रांसिस ने आगे बताया कि इस प्रीमियर शो में पटना के कलाकारों, तकनीशिएनों ने हिस्सा लेकर तैयार किया है। एक को छोड़कर शेष कलाकार नवांतुक हैं। इस शौ के विषय को बारीकी से देखें। इस अवसर पर कलाकारों एवं तकनीशियनों को 2017 का एवार्ड प्रदान किया गया।  विशेष आर्कषण के रूप में श्र्रद्वेय साधु शिलानंद को उनके कार्यो के प्रति समर्पण के लिए “लाइफ टाइम एचीवमेंट एवार्ड 2017” प्रदान किया गया। यह फिल्म प्रभु ईसा की दृष्टि से इस संसार/समाज को दिखाने का एक प्रयास है इसे फिल्म नहीं बल्कि एक यात्रावृतांत कहें तो ज्यादा उचित होगा। पटना रंगमंच के कई नवोदित कलाकरों को इस फिल्म में भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करना एक सराहनीय प्रयास है।

कोई टिप्पणी नहीं: