पटना, 22 सितम्बर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिवमंडल ने सुधा डेयरी के दुध की कीमतों में एक से तीन रूपये की वृद्धि अचानक कर दिए जाने की निंदा करते हुए इसे वापस लिए जाने की मांग की है। पार्टी के राज्य मुख्यालय से जारी प्रेस वक्तव्य में कहा गया है कि शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन, कलष स्थापन के समय दुध के दाम में वृद्धि करने से भाजपा-जद (यू) सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है। यह न सिर्फ आम आदमी पर महंगाई का अतिरिक्त बोझ डालता है, बल्कि हिन्दुओं की भावनाओं को अन्यथा भड़काने वाले कथित हिन्दुत्ववादियों का हिन्दु-विरोधी चेहरा भी बेनकाब करता है। भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीष कुमार से मांग की कि वे न्याय के साथ विकास के अपने वादे का ख्याल रखते हुए दुध की कीमतों में आठ महीनें की भीतर की गयी इस दूसरी वृद्धि को वापस लें और कम से कम नवरात्र जैसे संवेदनषील मौके पर भाजपा से अलग दिखने की पहल करे।
भागलपुर में उद्घाटन से पहले ही तटबंध टूट जाने की घटना पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य सचिवमंडल ने कहा कि इस से यह बात प्रमाणित हो गयी कि तटबंधों के निर्माण और रख रखाव के सरकारी दावे छलावा और जुमले बाजी बनकर रह गये और राज्यवासी इस बार भीषण बाढ़ के कहर को झेलने के लिए मजबूर हो गये। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिवमंडल ने तटबंधों के टूटने के लिए जिम्मेवार अधिकारियों, इंजीनियरों व ठेकेदारों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने के साथ-साथ जलसंसाधन मंत्री के इस्तीफे की मांग की क्योंकि यही नैतिकता का तकाजा है, और सुषासन की मांग भी।
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