नयी दिल्ली 18 सितंबर, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय कल यहां बच्चों में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगा जिसमें ‘वर्ष 2022 तक कुपोषण मुक्त भारत’ का लक्ष्य हासिल करने की रुपरेखा तैयार की जाएगी। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास सचिव राकेश श्रीवास्तव ने आज यहां बताया कि देश में अपनी तरह का यह पहला सम्मेलन होगा जिसमें कुपोषण की समस्या के सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और इससे निपटने के तौर तरीकों पर मंथन होगा। सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी। इस अवसर पर राज्यमंत्री डा. विरेंद्र कुमार, नीति आयोग के सदस्य विनोद पॉल तथा प्रधानमंत्री के सचिव भाष्कर खुलबे भी मौजूद रहेंगे। उन्होेंने कहा कि सरकार ने कुपोषण की समस्या से निपटने के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है और नीति आयोग के सूचकांक के आधार पर देशभर में 113 जिलों का चयन किया गया है। प्रत्येक राज्य आैर केंद्र शासित प्रदेश से कम से कम एक जिले का चयन किया जाएगा जिससे उसके प्रयोग अास पास के जिलों में दोहराए जा सके।
सोमवार, 18 सितंबर 2017

कुपोषण से मुक्ति के तौर तरीकों पर होगा विचार
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