पटना 3 सितंबर, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार में कानून का राज नहीं बल्कि दबंगों का राज चल रहा है. नवादा जिले के वारसलीगंज प्रखंड के बरनामा में सामंती-अपराधियों द्वारा पिछले कई दिनों से 7 महादलितो को बंधक बनाकर उनसे चिमनी भठ्ठा पर जबरन काम करवाया जा रहा है. इसके खिलाफ हमारी पार्टी की नवादा जिला कमिटी लगातार अनिश्चितकालीन ‘घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम’ कर रही है, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. यह साबित करता है कि भाजपा-नीतीश राज में दबंगों का राज चल रहा है और उनके सामने प्रशासन पूरी तरह नतमस्तक है. ‘सुशासन’ राग अलापने वाली नीतीश सरकार तथा प्रशासन की बेरूखी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि महादलितो को.भय के साये मे जीने के लिए छोङ दिया है, और प्रशासन पूरी तरह दबंगो के पक्ष मे खड़ा है. ऐसे परिस्थिति मे 4 सितंबर को पूरे जिले मे प्रतिवाद दिवस मनाया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि दबंगों के चंगुल से मजदूरो को मुक्त कराने, अनुसूचित जाति/जनजाति थाना कांड सं. 18/2017 के अभियुक्त राजकुमार यादव व वीरेन्द्र यादव को गिरफ्तार करने, माइनिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने, वारिसलीगंज थाना कांड सं. 176/2017 के तहत महादलितो पर थोपे गए मुकदमा को मुकदमा वापस लेने, गरीबो को सुरक्षा प्रदान करने, विस्थापित महादलितो को पुनर्वासित करने आदि मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन ‘घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम’ चल रहा है. विदित हो कि नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के वरनामा गांव के आधा दर्जन महादलितों को दबंगों द्वारा पिछले कई दिनों से बंधक बना कर रखा गया है और सरकार तथा प्रशासन कुंभकर्णी नींद में है. केंद्रीय मंत्री व नवादा के सांसाद गिरिराज सिंह, जो हर बेकार के विषयों पर भाषण देते रहते हैं, इस गंभीर सवाल पर चुप्पी साध रखी है. बंधक बनाए गए महादलितों के परिवार अपने परिजनों को मुक्त कराने की मांग को लेकर पांच दिनों से समाहरणालय के समक्ष धरना पर बैठे हैं. लेकिन सरकार व नवादा प्रशासन की नींद ही नहीं खुल रही. अपराधी प्रवृति के राजकुमार यादव व वीरेंद्र यादव द्वारा 15 वर्षों से महादलित मजदूरों से बगैर मजदूरी के दिन-रात काम करवाते रहे हैं, जो मानवाधिकार का खुलेआम उल्लंघन है. ऐसे अपराधी प्रवृति के लोगों पर प्रशासन कठोर कारवाई करे. साथ ही बंधक महादलितों को अविलंब मुक्त कराए.
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