पटना 03 सितंबर, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में हुये फेरबदल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक जनता दल यूनाईटेड(जदयू) के सांसदों को मंत्री पद नहीं दिये जाने को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बयान पर आज कहा कि दूसरों पर उंगली उठाने से बेहतर होगा कि श्री यादव अपने काम से मतलब रखें। श्री मोदी ने यहां कहा कि श्री यादव को दूसरों पर उंगली नहीं उठानी चाहिए बल्कि उन्हें अपने काम से मतलब रखना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह सभी जानते है कि 27 अगस्त को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में हुई राजद की रैली में श्री यादव के अथक प्रयास के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुये।” उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष के आग्रह के बावजूद इन शीर्ष नेताओं का रैली में नहीं आना यह साबित करता है कि उनको श्री यादव पर भरोसा नहीं है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल श्री यादव के लिए जरूरी है कि वह राजद के सत्ता से बाहर जाने के कारणों पर विचार करें। श्री यादव एवं उनकी पार्टी आज सड़क पर आ गई है फिर भी उन्होंने इससे कोई सबक नहीं लिया। उन्होंने राजद अध्यक्ष को अपना घर बचाने की नसीहत भी दी।
इस बीच बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ सबका विकास’ के सिद्धांत पर काम करने के कारण राजग में चट्टानी एकता कायम है। घटक दल भी इसी सिद्धांत के आधार पर एकजुट हैं। ऐसे में इस बात का कोई अर्थ नहीं है कि कौन मंत्रिमंडल में शामिल है और कौन नहीं। उन्होंने कहा कि इससे कहीं बड़ा मुद्दा यह है कि राजग के घटक दल श्री मोदी के नेतृत्व में देश के विकास के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। पथ निर्माण मंत्री एवं बिहार में वर्ष 2013 से भाजपा के संयोजक नंदकिशोर यादव ने कहा कि यह मुद्दा पूरी तरह से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के अधिकार क्षेत्र में है। इस मामले पर केवल शीर्ष नेतृत्व ही निर्णय लेता है। उन्होंने कहा कि इसके संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव के. सी. त्यागी ने मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी को शामिल नहीं किये जाने को लेकर राजद अध्यक्ष के तीखी टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुये कहा कि श्री यादव को अपनी जुबान पर लगाम रखनी चाहिए। गौरतलब है कि श्री यादव ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जदयू को तरजीह नहीं दिये जाने के संबंध में आज यहां कहा कि अब जदयू का कोई वजूद नहीं रह गया है। उसके नेता मंत्रिपद की शपथ लेने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें इसके लिए न्योता ही नहीं दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उस अपमान का बदला लिया है जब श्री कुमार ने भोज के लिए भाजपा नेताओं को निमंत्रण देने के बाद अंतिम समय में उसे रद्द कर दिया था। राजद अध्यक्ष ने इसके अलावा भी कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं।
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