गया 14 सितम्बर, भगवान बुद्ध की नगरी बिहार के गया में एक बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के इरादे से आये अहमदाबाद में नौ वर्ष पूर्व हुए बम विस्फोट के मुख्य आरोपी तौसिफ अहमद खान और उसके सहयोगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके मंसूबे पर पानी फेर दिया है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एस. के. सिंघल ने यहां बताया कि कल गया से गिरफ्तार तौसिफ का तार अहमदाबाद में वर्ष 2008 में हुए ब्लास्ट से जुड़ा है । अहमदाबाद विस्फोट का वह मुख्य आरोपी है। उन्होंने कहा कि पुलिस तौसिफ के सभी रिकॉर्ड खंगाल रही है । श्री सिंघल ने बताया कि गिरफ्तारी के तत्काल बाद ही गुजरात आतंक निरोधक दस्ता (एटीएस) को इसकी सूचना दे दी गयी है। बिहार पुलिस गुजरात पुलिस से संपर्क बनाये हुए है । उन्होंने कहा कि गुजरात एटीएस की टीम तौसिफ से पूछताछ करने के लिए गया पहुंचने वाली है।
अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि तौसिफ के साथ ही उसके सहयोगी स्थानीय युवक सना खान को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार तौसिफ गया के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के आश्रम मुहल्ला स्थित एक साइबर कैफे में पिछले कुछ दिनों से आता-जाता था और उसने कई सांसदों को ई-मेल भी किया था। श्री सिंघल ने बताया कि ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि गिरफ्तार तौसिफ का संबंध आतंकी संगठन अलकायदा से भी हो सकता है। कुछ दिन पूर्व ही दिल्ली पुलिस की ओर से अलकायदा के संदिग्ध आतंकियों का एक स्केच जारी किया गया था जिससे तौसिफ का मिलान किया जा रहा है । इसबीच गया से प्राप्त सूचना के अनुसार, तौसिफ और सना की गिरफ्तारी के बाद से बिहार एटीएस की टीम स्थानीय पुलिस के सहयोग से डोभी थाना क्षेत्र के आसपास के गांव में कल रात से ही छापेमारी कर रही है। इसके अलावा कुछ अन्य ठिकानों पर पुलिस दबिश बनाये हुए है ।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तौसिफ और साना दोनों जिले के डोभी थाना के करमौनी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। हालांकि इनके पास से जो मतदाता पहचान पत्र मिले हैं वे गुजरात के हैं। पूछताछ में यह पता चला है कि तौसिफ अपने सहयोगी सना के साथ कुछ दिनों से साइबर कैफे में आकर नेट सर्फिंग करता था और अपना कोई पहचान पत्र नहीं दिखाया करता था । पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि तौसिफ का सहयोगी सना अलकायदा के लिए कहीं स्लीपर सेल के रूप में काम तो नहीं कर रहा था । आतंकियों का स्लीपर सेल अपनी पहचान छुपा कर रहता है और अपने संगठन से जुड़े लोगों को हर संभव मदद और जानकारी देता रहता है । पूर्व में इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी सरगना यासिन भटकल भी बिहार में स्लीपर सेल के माध्यम से ही आतंकी गतिविधि चलाता था। उल्लेखनीय है कि 07 जुलाई 2013 को आतंकियों ने भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली महाबोधि मंदिर में सिरियल धमाके किये थे जिसमें दो भिक्षु घायल हुए थे। तौसिफ की गिरफ्तारी के बाद महाबोधि मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। वैसे भी गया में पितृपक्ष मेला चल रहा है जहां देश-विदेश से लोग तर्पण के लिए आ रहे हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि तौसिफ के साथ ही उसके सहयोगी स्थानीय युवक सना खान को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार तौसिफ गया के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के आश्रम मुहल्ला स्थित एक साइबर कैफे में पिछले कुछ दिनों से आता-जाता था और उसने कई सांसदों को ई-मेल भी किया था। श्री सिंघल ने बताया कि ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि गिरफ्तार तौसिफ का संबंध आतंकी संगठन अलकायदा से भी हो सकता है। कुछ दिन पूर्व ही दिल्ली पुलिस की ओर से अलकायदा के संदिग्ध आतंकियों का एक स्केच जारी किया गया था जिससे तौसिफ का मिलान किया जा रहा है । इसबीच गया से प्राप्त सूचना के अनुसार, तौसिफ और सना की गिरफ्तारी के बाद से बिहार एटीएस की टीम स्थानीय पुलिस के सहयोग से डोभी थाना क्षेत्र के आसपास के गांव में कल रात से ही छापेमारी कर रही है। इसके अलावा कुछ अन्य ठिकानों पर पुलिस दबिश बनाये हुए है ।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तौसिफ और साना दोनों जिले के डोभी थाना के करमौनी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। हालांकि इनके पास से जो मतदाता पहचान पत्र मिले हैं वे गुजरात के हैं। पूछताछ में यह पता चला है कि तौसिफ अपने सहयोगी सना के साथ कुछ दिनों से साइबर कैफे में आकर नेट सर्फिंग करता था और अपना कोई पहचान पत्र नहीं दिखाया करता था । पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि तौसिफ का सहयोगी सना अलकायदा के लिए कहीं स्लीपर सेल के रूप में काम तो नहीं कर रहा था । आतंकियों का स्लीपर सेल अपनी पहचान छुपा कर रहता है और अपने संगठन से जुड़े लोगों को हर संभव मदद और जानकारी देता रहता है । पूर्व में इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी सरगना यासिन भटकल भी बिहार में स्लीपर सेल के माध्यम से ही आतंकी गतिविधि चलाता था। उल्लेखनीय है कि 07 जुलाई 2013 को आतंकियों ने भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली महाबोधि मंदिर में सिरियल धमाके किये थे जिसमें दो भिक्षु घायल हुए थे। तौसिफ की गिरफ्तारी के बाद महाबोधि मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। वैसे भी गया में पितृपक्ष मेला चल रहा है जहां देश-विदेश से लोग तर्पण के लिए आ रहे हैं।
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