चेन्नई,13 सितम्बर, नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने आज कहा कि तमिलनाडु में बाल यौन शोषण और बाल तस्करी बहुत बड़ी चिंता का विषय है और वह जब तक देश में बच्चे सुरक्षित नहीं हों जाएंगे तब तक वह आराम से नहीं बैठेंगे। मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी की उपस्थिति में यहां भारत यात्रा को रवाना करते हुए उन्होंने कहा कि देश में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित होने तक वह बिल्कुल आराम नहीं करेंगे। वह देश में बच्चों के साथ शारीरिक और यौन शोषण के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार देश में बाल यौन अपराध कानून (पोक्सो) के 10 प्रतिशत से ज्यादा मामले मात्र तमिलनाडु में दर्ज किये जाते हैं। वर्ष 2015 में दर्ज किये गये पोक्सो के ज्यादातर मामलों में अपराधी पीड़ित की जान-पहचान का था। भारत यात्रा की शुरुआत का अपना उद्देश्य बताते हुए उन्होंने कहा कि हर घंटे आठ बच्चों का अपहरण और दो बच्चों के साथ बलात्कार हो रहा है। उन्होंने कहा,“ जब भी कोई बच्चा खतरे में होगा, देश खतरे में होगा।” भारत यात्रा का उद्देश्य भारत को बच्चों के लिये फिर से एक सुरक्षित देश बनाना है।
गुरुवार, 14 सितंबर 2017
देश में जब तक बच्चे सुरक्षित नहीं,चैन से नहीं बैठूंगा : सत्यार्थी
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