अयोध्या मसले पर बातचीत से सहमति बने तो सहयोग को तैयार : योगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 2 दिसंबर 2017

अयोध्या मसले पर बातचीत से सहमति बने तो सहयोग को तैयार : योगी

ready-to-cooperate-if-ayodhya-issue-resolved-through-dialogue-yogi
नयी दिल्ली, 02 दिसम्बर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या में रामजन्मभूमि के विवाद के समाधान के लिए दोनों पक्षों में अगर कोई सहमति बनती है तो राज्य सरकार इसमें सहयोग के लिए तैयार है। हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मेलन में कल यहां भाग लेने आये योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का हल निकालने के लिए हिन्दू पक्ष सदैव तैयार है। बातचीत से अलग रहने वाले दूसरे पक्ष के लोग हैं। उन्होंने कहा कि इस मसले पर 30 सितम्बर 2010 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्णय आने पर उच्चतम न्यायालय में हिन्दू पक्ष नहीं गया था। दूसरे पक्ष ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष अगर बातचीत से किसी समाधान पर पहुंचते हैं तो राज्य सरकार उसमें सहयोग के लिए तैयार है। यदि दोनों पक्ष किसी समाधान पर नहीं पहुंचते हैं तो उच्चतम न्यायालय का ही फैसला मानना होगा। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय इस मसले पर पांच दिसम्बर से लगातार सुनवाई शुरु करेगा। राज्य में कानून का राज है और सरकार किसी को कानून हाथ में लेने नहीं देगी। केन्द्र में नरसिम्हा राव की सरकार के समय भी इस प्रकार के भरोसे के सवाल पर श्री योगी ने कहा कि यदि उस समय फैसला ले लिया गया होता तो 1992 की स्थिति को टाला जा सकता था। छह दिसम्बर 1992 की पृष्ठभूमि पर चर्चा करेंगे तो हमें काफी कुछ बोलना पड़ेगा। अच्छा होगा कि हम भविष्य की सोचें। गौरतलब है कि राममंदिर - बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के लिए आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने पिछले दिनों बातचीत का प्रयास किया था। इसी सिलसिले में श्री श्री रविशंकर अयोध्या भी गए थे और वहां मुस्लिम नेताओं तथा अन्य लोगों से मुलाकात के अलावा योगी आदित्यनाथ से भी भेंट की थी।

कोई टिप्पणी नहीं: