मुझे ‘नीच’ कहने का चुनाव में कांग्रेस से बदला लें : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 8 दिसंबर 2017

मुझे ‘नीच’ कहने का चुनाव में कांग्रेस से बदला लें : मोदी

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सूरत, 07 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर के उन्हें ‘नीच’ कहने को कांग्रेस की हताशा और ‘सल्तनती और मुगली’ मानसिकता का परिचायक बताते हुए लोगों से सामान्य तौर अथवा ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया पर उन पर अपशब्दयुक्त जवाबी हमले नहीं करने की अपील की पर प्रधानमंत्री और गुजरात के बेटे (स्वयं) के लिए ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का बदला चुनाव के जरिये लेने को कहा। श्री मोदी ने आज यहां चुनावी सभा में कहा, ‘कांग्रेस पार्टी हताश निराश और चारो तरफ से साफ हो गयी है। यह अमेठी और रायबरेली तक में नहीं बची है। ऐसी हताशा में बहुत ही विद्वान परिवारिक पृष्ठभूमि तथा विदेश सेवा के अधिकारी, राजदूत और मनमोहन सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने आज कहा कि मोदी नीच जाति का है। यह गुजरात का अपमान है कि नहीं। यह ऐसी मुगली और सल्तनती मानसिकता का परिचायक है जिसमें गांवाें में किसी को (छोटी जाति के लाेगों को) अच्छा महंगा कपड़ा पहन कर अथवा बारात में घोड़े पर सवार होकर निकलने नहीं दिया जाता था।’ कांग्रेस की ओर से पहले भी उनके लिए कड़े शब्दों का प्रयोग करने की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह मुगली सल्तनती मानसिकता है जिसमें यह दूसरे को नीच तरीके से देखना होता है। तुमने हमे गधा कहा। तुमने हमे गंदी नाली का कीड़ा कहा। अब तुमने हमे नीच जाति का कहा, तुमने हमे नीच कहा, पर हम अपने संस्कार के अनुसार जिये हैं। 18 तारीख (गुजरात चुनाव की मतगणना) के दिन मतपेटी बतायेगी कि गुजरात के संतान को ऐसे बोलने को बदला कैसे जनता लेगी।’

श्री मोदी ने कहा, ‘आपने मुझे 14 साल मुख्यमंत्री और बाद में प्रधानमंत्री के तौर पर देखा है। मैने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे किसी नागरिक को नीचे देखना पडा है। क्या मैने कोई नीच काम किया ऊंच नीच का विचार किया। कांग्रेस के महारथी पराजय सामने हाेने पर मानिसक संतुलन गंवा कर भले मुझे नीच कहते हों पर मुझे जरा दुख नहीं। मैने समाज के अंतिम छोर पर बैठे लोगाें के लिए काम करता हूं और उनके साथ बैठना अगर तुम्हे नीच लगता है तो मुझे मेरी इस पृष्ठभूमि पर गर्व है। भले ही मै नीची जाति का हूं पर मुझे ऊच्च काम करने का संतोष है। मै हाथ जोड़ कर विनति करता हूं कि इसके विरूद्ध कोई ऐसे या ट्विटर वगैरह पर एक शब्द न बाेले। उन्होने जो कहा उन्हें मुबारक। अगर आपके दिल में ऐसी मानसिकता से रोष हो तो 9 वीं और 14 तारीख को चुनाव के दिन कमल निशान पर बटन दबा कर ऊच्च काम करके बताओं। नीच कहने का जवाब यही है। उन्हें पाठ पढ़ाने का रास्ता मतपेटी ही है।’ उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री के समय से ही मैने अनेक अपमान सहा है। मुझे मौत का सौदागर कहा और जेल में डालने का षडयंत्र किया तथा आधी सरकार को जेल में डाला। जुल्म करने में कुछ बाकी नहीं रखा पर मैने बदले की भावना से आज तक एक कदम नहीं उठाया। यह मेरा रास्ता नहीं, मै सार्वजनिक जीवन के मूल्यों के अनुरूप काम करता हूं।’ ज्ञातव्य है कि श्री अय्यर ने श्री मोदी के नेहरू-गांधी परिवार पर हमले को लेकर आज कहा था कि श्री माेदी नीच किस्म के आदमी है।

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