नयी दिल्ली 13 जनवरी, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि पिछले छह माह में मदरसों में ‘टीचर’, ‘टिफिन’ और ‘टायलेट’ की सुविधा उपलब्ध कराकर उन्हें मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ा गया है। श्री नकवी ने यहां अल्पसंख्यक निरीक्षण अधिकारियों की कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि पिछले करीब छह माह में मदरसों सहित हजारों अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों में ये सुविधाएं मुहैया कराकर उन्हें मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय अपने बजट का 65 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा अल्पसंख्यकों के शैक्षणिक एवं कौशल विकास पर खर्च कर रहा है। उन्होंने कहा कि समुदाय के बच्चों को विश्वस्तरीय आधुनिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए मंत्रालय देश भर में 5 विश्वस्तरीय शैक्षिक संस्थानों के साथ -साथ नवोदय की तर्ज पर 100 विद्यालयों की स्थापना कर रहा है। समुदाय की लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाली लड़कियों को 51 हजार रुपये बतौर ‘शादी शगुन’ देने की योजना शुरू की गयी है। श्री नकवी ने कहा कि देश भर के 100 जिलों में “गरीब नवाज कौशल विकास केंद्र” की स्थापना की जा रही है जहाँ समुदाय के युवाओं को रोजगारपरक कौशल विकास से सम्बंधित विभिन्न कोर्स करवाएं जा रहे हैं। इनमें ‘जीएसटी फैसिलिटेटर’और ‘सेनेटरी सुपरवाइजर’के कोर्स शामिल हैं जिससे बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिल रहा है। मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में 280 से भी अधिक निरीक्षण अधिकारियों की भूमिका को अहम बताते हुए श्री नकवी ने कहा कि इनकी मदद से शत प्रतिशत क्रियान्वयन संभव हो सका है।
शनिवार, 13 जनवरी 2018
मुख्यधारा की शिक्षा से जुड़े मदरसे : नकवी
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