नीरव मोदी को किसने देश से भाग जाने दिया : सुरजेवाला - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018

नीरव मोदी को किसने देश से भाग जाने दिया : सुरजेवाला

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नई दिल्ली, 15 फरवरी, कांग्रेस गुरुवार को पंजाब नेशनल बैंक में 11,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसी। कांग्रेस ने घोटाले को रोकने में सरकार की 'विफलता' पर सफाई देने की मांग की व कथित मुख्य आरोपी अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी को देश से भागने में मदद करने वालों की पहचान करने को कहा। प्रधानमंत्री और उनकी सरकार के सामने कई सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 26 जुलाई 2016 से पहले ही प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज करा दी गई थी, इसके बाद भी प्रधानमंत्री कार्यालय या किसी अन्य प्राधिकरण ने कोई कदम नहीं उठाया। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, "कांग्रेस जवाबदेही, जिम्मेदारी और धन की वसूली की मांग करती है और जवाब चाहती है कि किसने 'छोटा मोदी' को देश से भागने में मदद की।" करीब 30,000 करोड़ के घोटाले का अनुमान लगाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री अरुण जेटली को चुप नहीं रहना चाहिए और सरकार को महज 'बिना हस्ताक्षर' वाली प्रेस विज्ञप्ति नहीं जारी करनी चाहिए। उन्हें बहुत से सवालों का जवाब देना है। राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (राजग) सरकार पर बैंकिंग प्रणाली को रौंदने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के तहत बैंकों की विनियामक प्रणाली व जोखिम प्रबंधन प्रणाली व धोखाधड़ी की पहचान करने की क्षमता के साथ समझौता किया गया है।

उन्होंने कहा, "पूरी प्रणाली को नजरअंदाज किया गया है। सभी विनियामक प्रणाली को तोड़ा गया है। सभी चीजें आडिटर व जांचकर्ताओं के सामने होती रहीं। जोखिम प्रबंधन व धोखाधड़ी का सुराग लगाने की क्षमता सिफर हो गई। फिर भी मोदी सरकार हमें विश्वास दिलाती है कि यह पूरी धोखाधड़ी दो कर्मचारियों द्वारा की गई है।" उन्होंने कहा कि मोदी को इस पूरी धोखाधड़ी के बारे में व्हिसिलब्लोअर हरिप्रसाद द्वारा जानकारी दी गई थी। हरिप्रसाद ने 26 जुलाई 2016 को एक लिखित शिकायत की थी। इसे प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा स्वीकार किया गया था। उन्होंने कहा, "बहुत से दस्तावेज सहित 42 प्राथमिकी की एक लंबी सूची की जानकारी भी प्रधानमंत्री को थी। इस सब के बावजूद नीरव मोदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जनवरी 2018 के दावोस के व्यापार प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।" उन्होंने आरोप लगाया कि 'लूटों व भागो' मोदी सरकार की पहचान बन चुकी है। सुरजेवाला ने कहा, "ललित मोदी (छोटा मोदी) व विजय माल्या के बच निकलने के बाद एक अन्य 'मोदी घोटाले' ने भारत के बैंकिंग क्षेत्र को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। पहले ललित मोदी बच निकाले। फिर विजय माल्या बच निकले। इसके बाद एबीजी के ऋषि अग्रवाल बच निकले। अब हमसे कहा जा रहा है कि नीरव मोदी भी देश से बच निकले।"

उन्होंने कहा कि इस घोटाले में पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, आंध्र बैंक, विजया बैंक, केनरा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक व एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया सहित 30 बैंक शामिल हैं। प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि नीरव मोदी व उनके चाचा मेहुल चोक्सी ने सरकार की नाक के नीचे कैसे फर्जी लेटर्स ऑफ अंडस्टैंडिंग के जरिए पूरे बैंकिंग प्रणाली को ठगा। सुरजेवाला ने सवाल किया कि 'सबसे बड़े बैंक लूट घोटाले के लिए कौन जिम्मेदार है।' सुरजेवाला ने कहा कहा कि प्रधानमंत्री ने जुलाई 2016 में लिखित शिकायत प्राप्त करने के बाद भी बैंकिंग क्षेत्र को बचाने के लिए कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने कहा, "वित्त मंत्रालय सहित क्यों सभी अधिकारी, इसकी वित्तीय खुफिया इकाइयां सोई रहीं?"

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