बिंद (नालंदा).नालंदा जिले में है बिंद प्रखंड. बिंद प्रखंड में सात पंचायत है. इसमें लोदीपुर ग्राम पंचायत भी है.जिला प्रशासन ने सभी पंचायतों स्वास्थ्यग्राही नियुक्त किया है.केवल तीन महीने के लिये ही बहाल किया गया हैं. इनको पंचायत को ओडीएफ करवाने में महत्वपूर्ण किरदार अदा करना होता है. इनको सुबह-शाम सीटी बजाते हैं ताकि लोग खुले में शौचक्रिया न करें.सी. एल. टी. एस.भी करना पड़ता हैं. इसे सामुदायिक आधारित संपूर्ण स्वच्छता कहते हैं. लोदीपुर ग्राम पंचायत के गांव/टोले में सुबह-शाम सीटी बजाने वाले स्वास्थ्यग्राही निशुपाल कुमार कहते हैं कि हमलोगों को तीन महीने के लिये बहाल किया गया. हमलोग ईमानदारी से कार्यशील रहे.जमकर सीएलटीएस कार्य किये . उनका मानना है कि हमलोग सीटी बजाते थे तो लोग खुले में शौच जाना बंद कर दिये. तब 'वास' टीम आकर स्वच्छता क्रांति का अलख जगाया.यहां निरंतर कार्य करने की जरूरत है. बताते चले कि पटना जिले के मोकामा प्रखंड में शानदार अभियान चलाने के बाद जीवा का प्रवेश सीएम नीतीश कुमार के गृह प्रवेश नालंदा में. सीएम नीतीश कुमार के जन्म स्थली हरनौत और उसके बाद राजगीर प्रखंड में अभियान चलाने के बाद 14 फरवरी को बिन्द प्रखंड में धमाकेदार इंट्री.बिन्द प्रखंड के बी.डी.ओ.राकेश कुमार सिंह ने लोदीपुर पंचायत में स्थित पंचायत सरकार भवन में आश्रय दिये.लोदीपुर पंचायत की मुखिया आशा देवी के पतिदेव धर्मेंद्र ठाकुर ने सारी व्यवस्था कर दी. कहा गया कि निरंतर अभियान नहीं चलाने के कारण ग्रमीण खुले में पुन: शौच करने लगे. जीवा के द्वारा प्रोग्राम चलाने के बाद से ग्रामीण शौचालय में ही शौच करने लगे.कार्यकर्ता मोर्निंग फोलोअप करने से बेहतर परिणाम सामने आने लगा. लब्बोलुआब यह है कि ग्रामीणों की मनोदशा बदलने के लिये निरंतर छोटे-छोटे कार्यक्रम करते रहने चाहिये. ऐसा करने से ग्रामीणों की आदत में सुधार हो जायेगा.
बुधवार, 28 मार्च 2018
बिहार : यह क्या कर रहे हैं आपलोग, खुले में जाकर शौच न करें
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