मधुबनी : "फरोग-ए-उर्दू सेमिनार का उद्धाटन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 28 मार्च 2018

मधुबनी : "फरोग-ए-उर्दू सेमिनार का उद्धाटन

farog-e-urdu-seminar-madhubani
मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 28 मार्च : श्री शीर्षत कपिल अशोक,जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा बुधवार को स्थानीय टाउन हॉल में उर्दू निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, बिहार सरकार के योजनान्तर्गत "फरोग-ए-उर्दू सेमिनार एवं कार्यक्रम का उद्धाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला उर्दू भाषा कोषांग,मधुबनी के द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री विनोद कुमार,उप निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, मधुबनी, श्री सुजीत कुमार,जिला परिवहन पदाधिकारी, मधुबनी, प्रो.इश्तेयाक अहमद, मो.अमानुल्लाह खान, मौलाना मंसूर आलम, मो.तौहीद, सुल्तान अहमद शम्सी, मंसूर आलम समेत अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी,मधुबनी ने कहा कि उर्दू भाषा कई राष्ट्रों को जोड़ती है। यह सरल और मधुर भाषा है। उर्दू में भी बात करें तो अच्छा लगता है। बच्चो को उर्दू की अच्छी तालीम मिले  यह प्रयास सबो को करना चाहिये। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि यदि वे सभी उर्दू साहित्य की किताबें उपलब्ध कराएं तो उसे वे जिले के विभिन्न पुस्तकालयों में सुरक्षित रखवाने का कार्य करेंगे। ताकि उर्दू भाषी लोग भी पढ़ सके। उन्होंने कहा कि वे प्रयास करेंगे कि सभी कार्यालयों पर कार्यालय का नाम उर्दू में भी लिखा जाये।  जिला पदाधिकारी ने एन. एच. पर उर्दू में भी लिखे हुए संकेतक लगवाने के लिए प्रयास करने की बात कही।

कोई टिप्पणी नहीं: