गूगल ने डूडल बनाकर उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को याद किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 21 मार्च 2018

गूगल ने डूडल बनाकर उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को याद किया

google-rembers-ustad-bismillah-khan
बक्सर 21 मार्च, शहनाई को विश्व पटल पर ख्याति दिलाने वाले बिहार के सपूत उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के जन्मदिन पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। बिहार में बक्सर जिले के डुमरांव में जन्मे बिस्मिल्लाह खान की आज 102वीं जयंती के मौके पर गूगल ने डूडल बनाया है। गूगल ने अपने डूडल में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को एक सफेद रंग की पोशाक पहनकर, शहनाई बजाते हुए दिखाया है। इसके पार्श्व में एक स्टाइल में पैटर्न है, जिसमे स्टाइलिश ढंग से गूगल लिखा गया है। इसमें उस्ताद की शहनाई से धुन निकल रही है। उल्लेखनीय है कि बिस्मिल्लाह खान का जन्म 21 मार्च 1916 को बिहार के डुमराँव के ठठेरी बाजार में बिहारी मुस्लिम परिवार में पैगम्बर खां और मिट्ठन बाई के यहां हुआ था। श्री खांन के पिता बिहार की डुमरांव रियासत के महाराजा केशव प्रसाद सिंह के दरबार में शहनाई बजाया करते थे।



कोई टिप्पणी नहीं: