कांचीपुरम, एक मार्च, कांची के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती के अंतिम संस्कार के दौरान तनाव का माहौल व्याप्त हो गया। उनकी समाधि प्रक्रिया के दौरान सामने में परदा लगा दिए जाने पर अनुयायी नाराज हो गए। शंकराचार्य को समाधि दिए जाने के दौरान कुछ स्वयंसेवकों ने वहां आगे बढ़ रहे लोगों को रोकने के लिए कथित तौर पर धक्का दे दिया। एक अनुयायी के. संतानम ने दावा किया कि समाधि स्थल वृंदावन उपभवन के काफी संकरे मुख्य द्वार के पास स्थित कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया। पार्थिव शरीर को उपभवन लाने के तुरंत बाद भवन के ठीक सामने परदा डाल दिया गया जिससे बाहर खड़े श्रद्धालुओं को कुछ नहीं दिख पा रहा था । अभिषेक रस्म का सीधा प्रसारण आयोजन स्थल के आसपास एलईडी स्क्रीनों पर किया जा रहा था लेकिन भीतर ले जाने के बाद इसे रोक दिया गया जिससे अनुयायियों में नाराजगी बढ़ने लगी । अनुयायी उनकी एक झलक पाने के लिए विभिन्न द्वारों के जरिए आगे बढ़ने लगे इससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी। समाधि की अंतिम प्रक्रिया के दौरान मठ के अधिकारियों ने उपभवन के सभी तीन द्वारों को बंद कर दिया ।
गुरुवार, 1 मार्च 2018
शंकराचार्य की समाधि प्रक्रिया के दौरान अफरातफरी की स्थिति
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