नयी दिल्ली 13 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम को लेकर कांग्रेस के आरोपों को भ्रमजाल करार देते हुए आज कहा कि सरकार इन समुदायों के अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है और इस कानून को कमजोर नहीं होने दिया जायेगा तथा आरक्षण पर किसी तरह की आंच नहीं आने दी जायेगी। श्री मोदी ने यहां राष्ट्रीय अंबेडकर स्मारक के उदघाटन के मौके पर कहा , “ मैं आज इस अवसर पर देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जिस कानून को हमारी सरकार ने ही सख्त किया है, उस पर प्रभाव नहीं पड़ने दिया जाएगा। ” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के बाद 2015 में दलितों पर अत्याचार रोकने के लिए इस कानून को और सख्त बनाया। पहले इस कानून के दायरे में केवल 22 अपराध थे जिन्हें बढाकर 47 किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब उनकी सरकार ने इस कानून को संशोधित किया, तब आरोपियों को अग्रिम जमानत न देने का जो प्रावधान था, उसे यथावत रखा गया। पीड़ितों को मिलने वाली राशि भी उनकी ही सरकार ने बढ़ाई। इस कानून का कड़ाई से पालन हो, इसके लिए सरकार ने पहले की सरकार के मुकाबले दोगुने से ज्यादा राशि खर्च की है। कानून के माध्यम से सामाजिक संतुलन को स्थापित करने का भी निरंतर प्रयास किया गया है। कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वह सिर्फ भ्रम फैला सकती है, इसकी एक तस्वीर गत 2 अप्रैल को देश देख चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस कभी आरक्षण खत्म किए जाने की अफवाह फैलाती है तो कभी दलितों के अत्याचार से जुड़े कानून को खत्म किए जाने की अफवाह। भाई से भाई को लड़ाने में कांग्रेस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस को दलित विरोधी करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी कभी नहीं चाहती थी और न आज चाहती है कि दलित और पिछड़े विकास की मुख्यधारा में आएं। जबकि हमारी सरकार, बाबा साहेब के दिखाए रास्ते पर चलते हुए, सबका साथ-सबका विकास के मंत्र के साथ समाज के हर वर्ग तक विकास का लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है। श्री मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को भी कभी आगे नहीं बढने दिया और बाद में उनके योगदान को मिटाने का भी प्रयास किया।
शनिवार, 14 अप्रैल 2018
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एससी एसटी कानून को कमजोर नहीं होने देंगे : मोदी
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