- एस.बी.आई.कस्टंबर केयर ने ठगी के शिकार और एस.बी.आई.शाखा प्रबंधक दानापुर ने जोड़े 2 व्यक्तियों को किया बॉल्क
पटना. दीद्या थाना क्षेत्र के मखदुमपुर मोहल्ले में रहने वाले ईसाई परिवार साइबर क्राइम करने वाले गिरोह के चक्कर में आ गये हैं.इनका ए.टी.एम.कार्ड बदला गया है.जिसके हाथ में ए.टी.एम.कार्ड गया है.वह गलत प्रयोग करना शुरु कर दिया.त्वरित कार्यवाही करने के बाद ए.टी.एम.कार्ड को बॉल्क करा दिया गया है. एक व्यक्ति का ए.टी.एम.कार्ड बदल गया. मोबाइल पर लगातार मैजेस आने लगा कि इतना रकम आयी और निकाल ली गयी. ठगी की शिकार ए.एन.एम.नर्स हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,धनरुआ में कार्यरत हैं.5 माह के अवरूद्ध वेतन में से 1 माह का वेतन रिलिज किया गया.सरकारी सेवक भारतीय स्टेट बैंक,शाखा दानापुर की खाताधारी हैं.अप टू डेथ पासबुक नहीं हो रहा था.तब भी मोबाइल मैजेस के आधार पर एस. बी. आई. कस्टंबर केयर पर संर्पक साधा गया.संपूण जानकारी कस्टंबर केयर को दी गयी.उसने तत्काल प्रभाव से ए.टी.एम.को बॉल्क कर दिया. पाटलिपुत्र एस.बी.आई.शाखा से खाता को अप टू डेट करने से पता चला कि कार्ड बदलने वालों ने ठगी का शिकार करने वाली का पासबुक एकाउट्स का गलत प्रयोग कर रहा है.इसकी शिकायत एस. बी. आई. दानापुर शाखा प्रबंधक से की गयी. उन्होंने कहा कि ए.टी.एम.कार्ड देने को कहा.तो शाखा प्रबंधक ने कम्पूटर पर देखा तो कहा कि यह किसी और का है. आप लोगों को कोई ठग दिया हैं.यह किसी और का कार्ड है.आपके कार्ड का कोई ठग प्रयोग कर रहा है.आपके एकाउंट्स के साथ अन्य 2 व्यक्तियों को भी जोड़ दिया है.इसके बाद तुरंत शाखा प्रबंधक ने अन्य 2 ए.टी.कार्ड को बॉल्क कर दिया. कहा कि अब कुछ करने की जरुरत नहीं है.ठगी की शिकार ने नये ए.टी.एम.कार्ड के लिये आवेदन कर दी है. यह जांच का विषय है कार्ड बदल लेने के बाद शिकायतकर्ता का ए.टी.एम.कार्ड व बैंक पासबुक का इस्तेमाल कौन करने लगा.शायद सीसीटी कैमरा से सच्चाई सामने आ जायं. ठगी की शिकार सरकारी सेवक ने कहा कि वेतनमंद से आयी रकम को 6 मई को निकासी की थी. समझा जा रहा है कि उसी दिन ए.टी.एम.कार्ड बदल गया है. उसने बदले कार्ड का इस्तेमाल किया. परंतु वह सफल नहीं हुआ. तब उसने तरकीब से 8 मई से राशि निकालने लगा.एकाउंट्सधारी को भय सताने लगा कि उसी पर वज्रपात न हो जायं. इसके बारे में मोबाइल पर मैजेस आने पर घबड़ा गयी.
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