पटना. ईसाई समुदाय के लिए 29. 04.2018 अन्याय के दिन साबित हुआ. कुछ कट्टर धार्मिक स्वभाव के लोगों ने शांतिप्रिय परिवार के द्यर में हेलकर प्रार्थना करने वाले परिवार पर जबरन धर्मान्तरण कराने के झूठे आरोप गढ़ दिये. इस ईसाई समुदाय में हैं मिलिट्री पुलिस के सब इंस्पेक्टर सुभाष कुमार परियार, उनकी पत्नी दुर्गा परियार तथा उनकी बहन रजनी प्रधान.इन लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने के बाद उनके ही खिलाफ रूपसपुर थाना में जाकर शिकायत दर्ज करा दिये.इतना करने के उपरांत सुभाष परियार को दानापुर तथा दोनों महिलाओं को बेउर जेल भेज दिया गया है।समुदाय के लोगों का कहना है कि बिना उचित जांच पड़ताल के ही उन्हें जेल में डाल दिया गया है।
इसी तरह बेतिया के संत जेवियर हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्रिंसिपल फादर जॉर्ज नेडूमेटम पर घूस लेकर एडमिशन करने तथा छात्र के माथे पर लगे टीका को हटाकर स्कूल में दाखिल होने के झूठे इल्जाम में उनपर केस किया गया है।हकीकत है कि वह लड़का इंट्रेंस एक्जाम पास नहीं कर सका था. इस सन्दर्भ में अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ ने बिहार के माननीय मुख्य मंत्री नीतीश कुमार जी के साथ अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जी को पत्र लिख लिखकर न्याय दिलाने का अनुरोध किया है तथा बिहार सरकार के प्रधान सचिव आमिर सुभानी से मुलाक़ात कर उपरोक्त दोनों घटनाओं में फंसाये गए लोगों को दोषमुक्त कराने में सहयोग करने, भविष्य में ईसाई समुदाय के किसी भी ब्यक्ति पर गलत दोषारोपण न हो इसपर रोक लगाने तथा संविधान के तहत ईसाई समुदाय को अपने धार्मिक कार्य करने तथा सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया गया।इसके लिए उनकी तरफ से आश्वासन दिया गया है।
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