श्रीनगर 30 मई, जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान के महानिदेशक-सैन्य अभियान (डीजीएमओ) के उस निर्णय का स्वागत किया जिसमें वर्ष 2003 में हुए संघर्षविराम को पुन: लागू किये जाने पर बल दिया गया। सुश्री मुफ्ती ने ट्वीट किया , “ दोनों देशों के डीजीएमओ द्वारा नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम की प्रतिबद्धता की पुनरावृत्ति का यह कदम स्वागत योग्य है। इस कदम से दोनों ओर के नागरिकों को काफी लाभ होगा। सीमा पर शांति स्थापित किया जाना पहला आवश्यक कदम है। मुझे उम्मीद है यह कायम रहेगी।” भारत और पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से सटे अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर शांति स्थापित करने के उद्देश्य से 2003 में संघर्षविराम की घोषणा की थी, लेकिन पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम के उल्लंघन के कारण अब तक 50 से अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है , जिनमें आम नागरिकों के साथ सुरक्षा बल के जवान भी शामिल है। संघर्षविराम उल्लंघन के विरोध में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। हाल ही में भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा था कि यदि पाकिस्तान शांति चाहता है तो सीमा पार से आतंकवादियों को भेजना बंद करना होगा।
गुरुवार, 31 मई 2018
नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम के फैसले का महबूबा ने किया स्वागत
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें