विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 20 मई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 20 मई 2018

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 20 मई

मुख्यमंत्री श्री चैहान छात्र-छात्राओं से सोमवार को करेंगे सीधा संवाद

vidisha news
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान सोमवार 21 मई को ‘‘हम छू लेंगे आसमां योजना’’ के शुभांरभ करेंगे। उक्त कार्यक्रम भोपाल के माॅडल स्कूल टीटी नगर में दस बजे से आयोजित किया गया है जिसमें मुख्यमंत्री जी स्वंय छात्र-छात्राओं से संवाद स्थापित करेंगे। यह कार्यक्रम दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से सीधा प्रसारित किया जाएगा। जिला स्तर के उत्कृष्ट विद्यालयों में उपस्थित विद्यार्थियों से फोन पर उनके प्रश्नों का उत्तर स्वंय मुख्यमंत्री जी देंगे। जिला एवं खण्ड स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालयों में 21 मई को बारहवीं की परीक्षा में 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री जी से दूरभाष क्रमांक 0755-2770020 पर प्रश्न पूछे जा सकते है। 

कहानी सच्ची है। : अंतरवर्ती फसलों से किसान हो रहे है लाभांवित

परम्परागत खेती की जगह अब आधुनिक खेती की ओर किसान अग्रसर हो रहे है कृषि वैज्ञानिकों द्वारा समय-समय पर दिए जा रहे मार्गदर्शन का असर विदिशा जिले में दिखाई देने लगा है जहां किसान पहले परम्परागत फसलों की पैदावार कर रहे थे इस कारण से उत्पादन मंे गिरावट आने लगी थी ऐसे समय अंतरवर्ती फसल पद्वति कारगर साबित हो रही है जिसका अनुपालन कर जिले के अनेक किसान लाभांवित हो रहे है। बासौदा विकासखण्ड के ग्राम बसरिया के कृषक जवाहर सिंह रघुवंशी अंतरवर्ती फसल पद्वति से हुए लाभ को गिनाने से नही चूक रहे है। कृषक श्री जवाहर सिंह रघुवंशी से जब चर्चा की गई तो उन्होंने एकल पद्वति और पुरानी किस्मों का प्रयोग खेती में करते रहने से पैदावार में हो रही कमी को कैसे दूर करंे। इसी अधेड़बुन में आत्मा परियोजना कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा फसल प्रदर्शन किया गया जिससे प्रभावित होकर जवाहर सिंह ने अंतरवर्ती फसल पद्वति से खेती करने का मन बनाया। कृषक श्री जवाहर सिंह ने बताया कि खरीफ में सोयाबीन (आरबीएस-2001-04)$अरहर (राजीव लोचन) लगाया जिसमें सोयाबीन का उत्पादन 16.750 क्ंिवटल प्राप्त हुआ और रबी मंे अरहर (राजीव लोचन) $ गेंहू (एचआई-1544) लगाया था जिसमें मुझे अरहर का उत्पादन 13.340 क्ंिवटल एवं गेहूं का उत्पादन 39.450 क्ंिवटल प्राप्त हुआ है। दो एकड़ में सोयाबीन की बुआई करने पर जहां पहले गेहूं 28 क्ंिवटल हुआ था जो अंतरवर्ती फसल पद्वति के कारण अब 39.450 क्ंिवटल हुआ है। निश्चित ही छोटे किसानों के लिए अंतरवर्ती फसल पद्वति ने मुनाफा की राह दिखाई है। अच्छी किस्म का प्रयोग कर नई पद्वति से खेती बाडी करने पर मुझे पूर्व की अपेक्षा अब ज्यादा लाभ हो रहा है इससे पैसे की आमदनी हर रोज बनी हुई है

कहानी सच्ची है। : जैविक खेती ने आमदनी लाखों में पहुंचाई

नाडेप एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग खेती में करने का असर यह हुआ कि कृषक समन्दर सिंह अहिरवार को जो आमदनी हजारो में हुआ करती थी वह लाखों में पहुंच गई। नटेरन विकासखण्ड में ग्राम नेवली के कृषक समन्दर सिंह अहिरवार बताते है कि विगत चार वर्षो से गेहूं चना सोयाबीन की फसल रासायनिक खाद एवं दवाईयों का प्रयोग कर ले रहे थे जिसमें उत्पादन पर बहुत कम लाभ हो रहा था। ऐसे समय आत्मा परियोजना के अधिकारियों द्वारा गांव में जैविक खेती को बढावा देने के लिए संगोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा था ऐसी ही एक संगोष्ठी में मैने जब पूरी बाते सुनी तो जो मुझे भा गई और मैंने अपने खेत में वर्मी कम्पोस्ट, नाडेप खाद एवं गोबर खाद का उपयोग करने का मन बना लिया। एक हेक्टेयर जमीन मंे प्रथम वर्ष 25 से 30 प्रतिशत उत्पादन अधिक हुआ। फसलों पर रोग एवं कीटो का प्रकोप कम हुआ। जैविक खेती से प्राप्त उत्पाद बाजार में अधिक दाम पर बिका जिससे मुनाफा अधिक हुआ। अब मुझे हर वर्ष एक लाख से डेढ लाख की अधिक आमदनी हो रही है। इस वर्ष एक हेक्टेयर पर जैविक खेती करने हेतु जैविक प्रमाणीकरण संस्था में पंजीयन कराएंगे जिससे की वह प्राप्त उत्पाद को बाजार में अधिक दाम पर बेच सकें। जैविक खाद से पर्यावरण संतुलन में जहां योगदान दे रहे है वही रासायनिक तत्वों का सेवन करने से मानव को बचा रहे है निश्चित ही आमदनी के साथ-साथ मानवीय सरोकार को अंजाम जैविक खेती दे रही है। 

नाक, कान,गला,कैंसर एवं थाइराइड का शिविर हुआ

आज दिनांक 20 मई को सेवा भारती श्रीकृष्ण कॉलोनी विदिशा में नाक, कान,गला,कैंसर एवं थाइराइड का शिविर हुआ जिसमें डॉ नितिन तोमर ऐप्पल हॉस्पिटल इंदौर ने 24मरीजों की जांच की एवं 11 मरीजों को कैन्सर की बायोप्सी की जांच के लिए चयन किया गया और10 मरीजों की थायरॉइड की जांच की ।माय स्पीच एवं थैरेपी क्लीनिक भोपाल द्वारा कम सुनने के जांच शिविर का आयोजन हुआ । इस शिविर में डॉ सलज भटनागर एवं डॉ वैभव जैन द्वारा 10 मरीजों की जांच की गई जिसमें 7 मरीजों को मशीन लगाने की सलाह दी।इस शिविर में डॉ प्रकाश पीतलिया,डॉ जी के माहेश्वरी,डॉ आंनद गोरे, बी डी मंत्री,एम एल तायल,धर्म नारायण चतुर्वेदी ,राजीव भार्गव आदि ने सहयोग दिया। नाक, कान,गला,कैंसर एवं थायरॉइड एवं कम सुनने की जांच शिविर 17 जून को सेवा भारती में आयोजित किये जायेंगे।

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