फादर देवास्या द्वारा निर्मित चर्च में भक्तगण बैठने में डरने लगे हैं
पटना. कुर्जी पल्ली में है प्रेरितों की रानी ईश मंदिर.फादर देवास्या चिराइल द्वारा निर्मित चर्च में बैठकर मिस्सा सुनने में धर्मी डर महसूस करने लगे हैं. बरसात के दिनों में छत से पानी चूता है.पानी टपकने की निश्चित जगह से हटकर धर्मी मिस्सा बैठकर सुन लेते है.अब तो छत से मोटी परत टूटकर गिरने लगी है.जो खौफ पैदा करने के लिये पर्याप्त है.पिछले दिनों छत से करीब पांच किलोग्राम की मोटी गिरी.सुखद बात है खाली कुर्सी पर मोटी परत गिरी. कुर्सी टूट गयी है. अगर कोई धर्मी कुर्सी पर बैठे रहते तो उसका मालिक भगवान ही होते.भगवान के सहारे ही कुर्जी पल्ली चर्च में काला अध्याय बनते-बनते बच गया. इसकी चर्चा जोरशोर से पल्ली परिषद में की गयी. चर्चा है कि कुर्जी पल्ली की जनसंख्या बढ़ जाने के बाद स्मॉल चर्च को तोड़कर उसे बड़ा और शानदार बनाया गया.जो पटना महाधर्मप्रांत के सबसे बड़ा चर्च में शुमार हो गया.बताया गया कि फादर देवास्या चिराइल की देखरेख में निर्मित चर्च में बैठने से डरने लगे हैं.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें