नयी दिल्ली , 10 जून, तकरीबन एक साल के अंतराल के बाद चीन ने ब्रह्मपुत्र और सतलुज नदी की हाईड्रोलॉजिकल (जल विज्ञान संबंधी) जानकारी भारत के साथ साझा करना शुरू कर दिया है। जल संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया है कि चीन ने 15 मई से ब्रह्मपुत्र नदी की जानकारी साझा करना शुरू कर दिया है जबकि एक जून से सतलुज से संबंधित आंकड़े साझा किए जा रहे हैं। दोनों पक्षों ने इस मुद्दे पर मार्च में वार्ता की थी। इसके बाद यह कदम उठाया गया है। पिछले साल , चीन ने बाढ़ में हाईड्रोलॉजिकल जानकारी एकत्र स्थलों के बह जाने का कारण बता कर डेटा साझा करने से इनकार कर दिया था। यह भी एक संयोग ही था कि मानसून के दौरान ही 73 दिन का डोकलाम गतिरोध चला था। यह भी संयोगवश हो रहा है दोनों देशों की सेनाओं के बीच सालाना अभ्यास पर सहमति होने के साथ ही हाईड्रोलॉजिकल जानकारी साझा की जा रही है। यह अभ्यास डोकलाम गतिरोध की वजह से नहीं हो पाया था। ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत से निकलती है और अरूणाचल प्रदेश और असम में बहती है और बांग्लादेश से हो कर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। अधिकारी ने बताया कि हाईड्रोलॉजिकल डेटा साझा करना अहम है क्योंकि इससे पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ से संबंधित जानकारी हासिल करने में मदद मिलती है।
सोमवार, 11 जून 2018
चीन ने ब्रह्मपुत्र, सतलुज नदियों पर डेटा साझा करना शुरू किया
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