विपक्ष का महागठबंधन लोकसभा चुनाव के बाद : येचुरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 13 जून 2018

विपक्ष का महागठबंधन लोकसभा चुनाव के बाद : येचुरी

opposition-alliance-after-election-yetury
लखनऊ, 12 जून, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को दावा किया कि 2019 के लोेकसभा चुनाव के बाद की परिस्थितियों के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन बनेगा। इसलिये विपक्ष को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है।  श्री येचुरी ने पत्रकारों से कहा, “ आगामी आमचुनाव में क्षेत्रीय दलों की बडी भूमिका होगी और ये दल गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। क्षेत्रीय समस्यायों को लेकर हर राज्य का फार्मूला अलग हो सकता है। हालांकि भाजपा के खिलाफ चुनाव परिणाम आने के बाद सभी दलों को एक मंच में आना होगा और यहीं महागठबंधन का कारक बनेगा।” उन्होंने कहा, “ जहां तक विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का मामला है, इसकी अभी कोई जरूरत नही है। 2004 में भाजपा ने अटल बिहारी वाजपेयी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था जबकि विपक्ष ने ऐसे किसी प्रत्याशी की घोषणा नही की थी मगर चुनाव के बाद कांग्रेस के मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने और वह देश के मजबूत प्रधानमंत्रियों में से एक थे।” पार्टी नेताओं के साथ कार्यक्रम और रणनीति पर चर्चा के बाद श्री येचुरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह समय विपक्षी एकता को मजबूत करने का है। लोग खुले दिलोदिमाग से भाजपा के खिलाफ विपक्षी उम्मीदवार के समर्थन में आगे आने लगे हैे। जनता कतई नही चाहती कि श्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी दोबारा मिले।  उन्होंने दावा किया कि वामदल इस अहम चुनाव के लिये विपक्षी एकता को मजबूत करने में बडी भूमिका निभायेंगे। यह मुहिम शुरू हो चुकी है जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। कर्नाटक सरकार का गठन विपक्षी एकता का परिचायक है। विपक्षी दल भाजपा का सफाया करने के लिये कटिबद्ध है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का पतन निश्चित है।  वाम नेता ने आरोप लगाया कि चार साल के कार्यकाल में मोदी सरकार ने देश का बेडा गर्क कर दिया है। बेरोजगारी बढी है। बदहाली के शिकार किसान आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार आर्थिक मोर्चे पर फेल हो चुकी है। सरकार की गलत नीतियों के चलते लोगों का बैंकिग प्रणाली से भरोसा उठ गया है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमते आसमान छू रही हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: