बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के अंतिम वाकई मानसून मेहरबान रहा। बारिश के कई झोंके आये और निकल गये। पटना की धरती कई दिनों से तपिश झेल रही थी, लेकिन आज की बारिश ने धरती पर पड़ी धूल को धो दिया। विधानमंडल परिसर की सड़कें भी राहत महसूस कर रही थीं। सरकार भी चैन की सांस ले रही थी कि चलो, गुजर गया गुबार। सबसे ज्यादा हरियाली विधायक व विधान पार्षदों के चेहरे पर दिख रही थी। वजह भी थी। मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना की राशि दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ रुपये करने की घोषणा सीएम कर चुके थे। विधानसभा कैंटिन में नाश्ते पर आफत दिखी तो हम वापस विधान परिषद के गलियारे से होते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के चैंबर में पहुंचे। कुछ पत्रकार और नेता प्रतिपक्ष के करीबी लोग मौजूद थे। चर्चा शुरू हुई। उधर विधान सभा की कार्रवाई स्थगित होने के बाद तेजस्वी यादव भी पहुंचे। कई विधायक भी चैंबर में आये। कार्रवाई पौने चार बजे तक स्थगित थी। अवकाश का लंबा वक्त था। बात शुरू हुई साईकिल यात्रा को लेकर। साईकिल यात्रा को लेकर बारिश का मौसम की चर्चा होने पर उन्होंने कहा- चुनाव के मौसम में आप बारिश देख रहे हैं। बात आगे बढ़ी। हमने पूछा- किस साईकिल की होगी सवारी। तेजस्वी ने कहा- पार्टी की गया यूनिट द्वारा जो साईकिल थमा दी जाएगी, उसे लेकर चल पड़ेंगे। बातचीत साईकिल यात्रा पर ही फोकस रही। तेजस्वी शुक्रवार को पटना से गया के लिए प्रस्थान करेंगे। शनिवार को गया के गांधी में मैदान में पार्टी की सभा को संबोधित करने के बाद जहानाबाद के लिए प्रस्थान करेंगे। रास्ते में समर्थकों की बढ़ती भीड़, बारिश से लेकर बीमारी तक की पूरी तैयारी। शनिवार को रात्रि विश्राम जहानाबाद में तय है। रविवार को जहानाबाद में एक जन सभा को संबोधित करेंगे। रास्ते में कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा का अनावरण का कार्यक्रम भी है। रविवार को रात्रि विश्राम मसौढ़ी में होगा। सोमवार को मसौढ़ी से पटना के लिए प्रस्थान करेंगे। सोमवार को पटना में गर्दनीबाग में किसी स्कूल में सभा को संबोधित करेंगे। उसके बाद साईकिल से राजभवन मार्च करेंगे और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।
तेजस्वी के चैंबर में ही राजद के कुछ विधान पार्षद आये और उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना की राशि में एक करोड़ रुपये की वृद्धि की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है। इस पर एक विधायक ने सवाल भी उठाया कि मुख्यमंत्री वित्तीय घोषणा विधान परिषद में कैसे कर सकते हैं। पहले इसकी घोषणा विधान सभा में होनी चाहिए थी। तेजस्वी के चैंबर से निकल कर हम सुशील मोदी के दरबार में पहुंचे। खबरों के लिए ‘घाट-घाट का पानी’ पीना ही पड़ता है। उपमुख्यमंत्री मीडिया को बयान देने की तैयारी में थे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि सरकार मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड की सीबीआई जांच कराने को तैयार है। इसके लिए मुख्यमंत्री को बधाई भी दी। उपमुख्यमंत्री ने उपेंद्र कुशवाहा के उस बयान से अपनी असहमति जतायी, जिसमें कुशवाहा ने नीतीश कुमार को 2020 के विधान सभा चुनाव में चेहरा नहीं बनाने की सलाह दी थी। उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और विधानसभा में उपाध्यक्ष के रिक्त पद पर अपनी पार्टी का दावा जताया। विधान सभा की कार्यवाही स्थगित होने की औपचारिक घोषणा के बाद तक आसमान साफ होने लगा था। इसका लाभ उठाते हुए हम भी निकल चले।
---- वीरेंद्र यादव, विधानमंडल के गलियारे से -----

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