बिहार : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बढ़ती अपराध की घटनाओं पर गहरी चिन्ता व्यक्त की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 8 जुलाई 2018

बिहार : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बढ़ती अपराध की घटनाओं पर गहरी चिन्ता व्यक्त की

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पटना (आर्यावर्त डेस्क) 8 जुलाई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने राज्य में महिलाओं दलितों, अल्पसंख्यकों एवं अन्य कमजोर वर्गों के ऊपर बढ़ती अपराध की घटनाओं पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है और इन घटनाओं पर शीघ्र अंकुष लगाने की सरकार से मांग की है। इन्हीं घटनाओं की कड़ी में सारण जिला के एकमा थाना अन्तर्गत परसागढ़ में एक स्कूली छात्रा के साथ बलात्कार की शर्मनाक घटना एक सभ्य समाज के माथे पर कलंक है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाय कम है।  आज यहां जारी एक बयान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा है कि सारण जिला के एकमा थाना के अन्तर्गत परसागढ़ गांव में एक निजी स्कूल की नाबलिग छात्रा के साथ उस विद्यालय के छात्र, षिक्षक और प्राचार्य ने जिस दरिंदगी का परिचय दिया, उसका उदाहरण बिरले ही कहीं मिलता है। उस स्कूल के कुछ छात्र उक्त छात्रा के साथ कई दिनों तक बलात्कार किया। जब छात्रा ने प्राचार्य से उक्त घटना की षिकायत की तो उसने भी छात्रा के साथ वही सलूक किया जो सलूक छात्रों ने उस छात्रा से किया था। इतना ही नहीं उसी स्कूल के दो षिक्षक के खिलाफ आरोप है कि उन लोगों ने भी उक्त छात्रा के साथ अपनी दरिंदगी का परिचय दिया।  सत्य नारायण सिंह ने इस घटना की कड़ी निन्दा की है और कहा है कि पवित्र मानी जानी वाली षिक्षण संस्थाओ में ऐसी शर्मनाक घटनाएँ आये दिन होती रहती है और सरकार इन घटनाओं को रोकने में विफल है। हाल में ही  पूर्णियां जिला के जलालगढ़ में एक मदरसा की नाबलिग छात्रा के साथ उसी मदरसा के मौलवी ने अमानुषिक बलात्कार किया। इन घटनाओं से हमारे राज्य की कानून व्यवस्था, षिक्षण संस्थाओं में बढ़ते अपराध और राज्य सरकार की अकर्मण्यता का साफ पता चलता है। प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का लफ्फाजी भरा नारा लगाते रहते हैं। क्या इसी वातावरण और प्रषासनिक व्यवस्था में बेटियां पढ़ेगी! बिहार ही नहीं, समूचे देष में महिलाएं, दलित, अल्पसंख्यक और अन्य कमजोर वर्ग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीष कुमार और उनकी सरकार का समाज के कमजोर वर्गों की चिन्ता नहीं है। खासकर महिलाओं पर बढ़ते अपराध की घटनाओं से सभी चिंतित हैं। सरकार ऐसी घटनाओं के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय करे कि किसको जिम्मेवार माना जाय। ऐसा करके ही प्रषासनिक तौर पर ऐसी घटनाओं के रोकथाम की कार्रवाई हो सकती है।  श्री सिंह ने इस घटना की न्यायिक जाँच दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़ित छात्रा की सुरक्षा की मांग की है।  

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