पटना (आर्यावर्त डेस्क) 10 जुलाई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बिहार राज्य परिषद के आह्वान पर स्थानीय जन समस्यायों को लेकर राज्य के तमाम जिला मुख्यालयों पर आज प्रदर्षन, धरना का आयोजन कर जिलाधिकारी को मांग-पत्र सौंपा जिसमें हजारों-हजार की तादाद में लोगों ने हिस्सा लिया। साथ ही इस राज्यव्यापी जन आन्दोलन के माध्यम से केन्द्र और राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए 25 अक्टूबर, 2018 को पटना के गाँधी मैदान में भाजपा हराओ-देष बचाओं नारे के साथ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की विराट जन रैली में लाखों की तादाद में भाग लेने का आह्वान किया गया। रैली का प्रमुख मांगे गेहँू का क्रय केन्द्र खोला जाय, बेघरों को घर दिया जाय, पर्चाधारियों को जमीन पर दखल कब्जा दिलाया जाय, झोपड़वासियों एवं फूटपाथ दुकानदारों को बिना वैकल्पिक व्यवस्था के उजाड़ना बंद किया जाय, बंद राजकीय नलकूपों को चालू किया जाय, किसानों का कर्ज माफ किया, जाय, कल्याणकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाया जाय, फसलबीमा योजना को लागू किया जाय, सामाजिक सुरक्षा पेंषन भुगतान किया जाय, राषन किराषन की समूचित व्यवस्था की जाय, समान षिक्षा प्रणाली को लागू किया जाय, बेरोजगारों को रोजगार की गारंटी की जाय आदि । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के इस राज्यव्यापी आन्दोलन के क्रम में समस्तीपुर में सात हजार, मुंगेर मंे तीन हजार, औरंगाबाद में डेढ़ हजार, नवादा, गया दरभंगा, बांका में एक एक हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इसके अलावे मधेपुरा, शेखपुरा, भागलपुर, सारण जिला के छपरा, सीवान, गोपालगंज, षिवहर, लखीसराय, पूर्णियां, वैषाली जिला के हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, भोजपुर जिला के आरा, बक्सर, नालंदा, जिला के बिहारषरीफ, पटना, रोहतास जिला के सासाराम, अरवल, अररिया, किषनगंज, सीतामढ़ी एवं पष्चिम चंपारण जिला के बेतिया, आदि जिलों से जिला मुख्यालयों पर प्रदर्षन किये जाने का सामचार लगातार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य मुख्यालय में प्राप्त हो रहे हैं। मुंगेर में प्रदर्षन का नेतृत्व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने किया, प्रदर्षनकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार सरकार किसानों, मजदूरों के साथ क्रूर मजाक कर रही है। ये सरकारें न तो किसानों की पैदावार को खरीद रही है और न कर्ज ही माफ कर रही है। बेरोजगार नौजवान रोजगार की तलाष में राज्य से पलायन कर रहे हैं। कानून व्यवस्था नाम मात्र का नहीं है। बढ़ते अपराध ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। महिलाएं बच्चियों तक सुरक्षित नहीं है। गरीबी, भूखमरी बेतहाषा बढ़ रही है। महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। उन्होंने डीजल, पेट्रोल में बेतहाषा वृद्धि का जिक्र करते हुए नरेन्द्र मोदी सरकार को कारपोरेट पूंजी और सांप्रदायिकता एवं फासीवादी रूझान वाली सरकार बताया और उसे अगले लोकसभा चुनाव में उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। उन्होंने जन समस्याआंे को लेकर संघर्ष तेज करने पर बल दिया। अंत में उन्होंने 25 अक्टूबर, 2018 को पटना के गाँधी मैदान में भाजपा हराओ- देष बचाओ विराट जन रैली में लाखों की तादाद में भाग लेने की अपील की । दरभंगा में भाकपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रामनरेष पाण्डेय, पूर्व विधायक गया में जानकी पासवान प्रदर्षनकारियों को संबोधित किया। विभिन्न जिला मुख्यालयों पर प्रदर्षनकारियों को संबोधित करते हुए भाकपा के राज्य नेताओं ने जन आन्दोलन को तेज करने का आह्वान किया।
मंगलवार, 10 जुलाई 2018
बिहार : भाकपा ने किया जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें