नयी दिल्ली, 3 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि वह कोई शहंशाह या दंभी शासक नहीं हैं जो लोगों की गर्मजोशी से अप्रभावित रहे और उन्हें लोगों के साथ संवाद करने से ताकत मिलती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वह सड़कों पर काफी संख्या में लोगों को उनका अभिनंदन और स्वागत करने के लिये खड़े देखते हैं तब वह अपनी कार में बैठे नहीं रह सकते । मोदी ने ‘स्वराज्य’ पत्रिका को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं कोई शहंशाह या दंभी शासक नहीं जो लोगों की गर्मजोशी से अप्रभावित रहे। लोगों के बीच रहने से मुझे ताकत मिलती है।’’ प्रधानमंत्री रोडशो के दौरान उनकी निजी सुरक्षा के बारे में उनके शुभचिंतकों के मन में उत्पन्न आशंकाओं से जुड़े एक प्रश्न का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं यात्रा कर रहा होता हूं, मैं समाज के सभी आयु वर्ग और क्षेत्र के लोगों को सड़कों पर मेरा अभिनंदन और स्वागत करते देखता हूं। तब मैं अपनी कार में बैठा नहीं रह सकता, उनके स्नेह को नजरंदाज नहीं कर सकता। और इसलिये मैं बाहर आ जाता हूं और लोगों से जितना बात कर सकता हूं, करता हूं।’’ उल्लेखनीय है कि गृह मंत्रालय ने हाल में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के संबंध में नये दिशानिर्देश तैयार किये थे।
बुधवार, 4 जुलाई 2018

मोदी ने अपनी सुरक्षा के मुद्दे पर कहा "मैं दंभी शासक नहीं हूँ"
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