दुमका : श्रद्धालुओं से सीधे संवाद के जरिये मुख्यमंत्री ने लिया मेला क्षेत्र का जायजा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 21 अगस्त 2018

दुमका : श्रद्धालुओं से सीधे संवाद के जरिये मुख्यमंत्री ने लिया मेला क्षेत्र का जायजा

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) श्रावणी मेला के इस पावन महीनें में बाबा बासुकिनाथ धाम पहुंचने वाले कांवरियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दिन मंगलवार को सीधा संवाद किया। बाबा फौजदारी नाथ पर जलार्पण के लिये पहुंचे श्रद्धालुओं को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से मुख्यमंत्री ने उनसे बातें की और श्रद्धालुओं से सुझाव मांगे। जिला प्रशासन दुमका की तरफ से टेन्ट सिटी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की गई थी जहां श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री से रूबरू होकर बासुकिनाथ धाम मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं पर अपने विचार प्रकट किए। गोरखपुर (यूपी) की रुपा गौतम व राजू ने व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जाहिर करते हुए राज्य सरकार के प्रयासों की तारीफ की। 1000 शय्या वाले टेन्ट सिटी के निर्माण की भी प्रशंसा की। घनश्याम (मप्र) बबलू (औरंगाबाद) व रमेन्द्र पाण्डेय रोहतास (बिहार) ने मेला क्षेत्र में 24 घंटे नियमित सफाई को लेकर खुशी जाहिर की। उपरोक्त ने कहा इस वर्ष सुरक्षा, साफ सफाई, ठहरने की व्यवस्था का उत्तम प्रबंध किया गया है। इसी तरह असम के विरेन्द्र प्रसाद, बोकारो की मानती देवी, पलामू की सुनिता देवी, बिंदु देवी व सूर्यदेव पासवान ने सुरक्षाकर्मियों की मदद से सुगमतापूर्वक जलार्पण के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उपरोक्त ने इस वर्ष बासुकिनाथ धाम में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं पर खुशी जाहिर की। अगले वर्ष और भी ज्यादा टेन्ट सिटी के निर्माण का सुझाव उपरोक्त ने मुख्यमंत्री को दिए। श्रद्धालुओं ने कहा कि सरकार की ऐसी व्यवस्था से प्रतिवर्ष श्रावण महीने में बासुकीनाथ आने को दिल करता है। गया के रितिक कुमार व औरंगाबाद (बिहार) की सरोज तिवारी ने निशुल्क आवासन केन्द्रों की व्यवस्था पर खुशी जाहिर करते हुए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। श्रद्धालुओं के लिए और ज्यादा शौचालयों के निर्माण पर उपरोक्त ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिए। कहा कि मेडिकल सुविधा भी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बहुत बढ़िया है।  पैर में पड़ने वाले छालों का तुरंत इलाज हो पा रहा है। श्रद्धालुओं से सीधा संवाद करते हुए मुख्यमंत्री श्री दास ने श्रधालुओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके सुझावों को अमल में लाया जाएगा। सरकार की कोशिश होगी कि मेला क्षेत्र में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को और विस्तार दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कांवरियों द्वारा दिए गए सुझावों का स्वागत करते हुए कहा कि व्यवस्था से संबंधित सुधार हेतु प्राप्त सुझावों पर दुमका जिला प्रशासन आवश्यक कार्रवाई करेगी। 

देवघर-बासुकिनाथ धाम को जोड़ने वाली सड़क फोरलेन होगी- रघुवर दास: श्रावणी मेला में देवघर व बासुकिनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी सौगात देते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देवघर से बासुकिनाथ को जोड़ने वाली सड़क को फोरलेन किया जाएगा। फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2019 के श्रावण महीने से पहले पूरा कर लिया जाएगा। बासुकिनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री श्री दास से वीडियो कॉन्प्रेंसिंग के जरिए सीधा संवाद करते हुए जाम की समस्या से उन्हें अवगत कराया था, जिसपर मुख्यमंत्री ने त्वरित संज्ञान लेते हुए ऐलान किया कि श्रद्धालुओं को जाम की समस्या  से निजात दिलाने के लिए देवघर से बासुकिनाथ धाम तक जोड़ने वाली सड़क वर्ष 2019 के श्रावण माह तक फोरलेन कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में देवघर से बासुकिनाथ धाम पहुंच पथ पर जाम की समस्या न हो इस हेतु विशेष यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु देवघर से बासुकिनाथ धाम बाबा फौजदारी नाथ महादेव पर जलार्पण के लिये पधारते हैं। भीड़ अधिक होने के कारण जाम की समस्या अवश्य उत्पन्न हो जाती है, इसे जल्द ही खत्म किया जाएगा। 

जिला प्रशासन दुमका बधाई के पात्र-मुख्यमंत्रीः कांवरियों से सीधा संवाद करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दिन मंगलवार को कहा कि दुमका जिला प्रशासन सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर बासुकीनाथ धाम पहुँचने वाले श्रद्धालुओं को उच्चस्तरीय सेवा उपलब्ध करा रही है इसके लिए वह बधाई की पात्र है। शेष बचे दिनों में भी जिला प्रशासन अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करता रहेगा। मुख्यमंत्री ने बासुकिनाथ धाम के निवासियों के साथ-साथ समाजसेवी संस्थाओं को बधाई दी और कहा कि जिस प्रकार ये लोग कांवरियों की सेवा कर रहे हैं इससे सिर्फ बासुकीनाथ धाम या झारखंड का ही गौरव नहीं बढ़ा है बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने व्यवस्था में समर्पित स्वास्थ्य कर्मियों सहित सफाईकर्मियों को बधाई प्रेषित किया। 

सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा देवघर-बासुकिनाथ धाम: मुख्यमंत्री फौजदारी बाबा बासुककीनाथ धाम पधारे श्रद्धालुओं से सीधा संवाद के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बाबा भोलेनाथ की नगरी देवघर व बासुकिनाथ धाम को सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में राज्य सरकार विकसित करेगी। प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में इन दोनों जगहों पर केसरिया वेष में देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु पधारते हैं। बाबा भोलेनाथ के अनन्य भक्तों की आस्था की नगरी देवघर व बासुकिनाथ धाम को अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाए, इसके लिये सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। अंतंरराष्ट्रीय पटल पर देवघर व बासुकिनाथ धाम को सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान मिले इसके लिए सरकार कृत संकल्पित है।   

25 वें दिन बाबा बासुकीनाथ महादेव पर 1, 08, 975 कांवरियों ने किया जलाभिषेकः श्रावणी मेला के 25 वें दिन सायं 4 बजे तक फौजदारी बाबा बासुकीनाथ महादेव पर 1, 08, 975 कांवरियों ने जलाभिषेक किया। दिन मंगलवार को जहाँ एक ओर दर्शनार्थियों की कुल संख्या 1, 00, 980 रही वहीं जलार्पण कांउटर से 7, 995 व शीघ्र दर्शनम के तहत 1, 157 श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। इस दिन गोलक से प्राप्त मंदिर के गोलक से 80, 740 रुपये की प्राप्ति हुई जबकि दान पेटी से 6, 86, 675 व अन्य श्रोतों से प्राप्त राशि 10, 914 रुपये रही। 5-5 ग्राम चांदी के 7 व 10-10 ग्राम चांदी के कुल 7 सिक्कों की बिक्री हुई। चढ़ावे के रुप में  64 ग्राम चांदी का द्रव्य प्राप्त हुआ। 

स्थानीय महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्रियों की खूब हो रही खरीददारी: महिला सशक्तिकरण की दिशा में जिला प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है। दुमका के डीसी मुकेश कुमार ने महिलाओं की आर्थिक उन्नति को ध्यान में रखते हुए  हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। दुमका जिला की महिलाएं बाली फुटवेअर, बासुकी अगरबत्ती का निर्माण कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं जबकि श्रावणी मेला में मलूटी में स्थानीय महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्रियों की खरीदारी करते हुए कांवरिये देखे जा रहे हैं। श्रावणी मेला के दौरान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा बने टेंट में स्थानीय महिलाओं द्वारा बनाए गए सामग्रियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें बैग, फ्लावर पॉट व अन्य साज-सज्जा की सामग्रियाँ उपलब्ध है। 108 मंदिरों के गांव से प्रसिद्ध मलूटी में भी श्रावणी मेला के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं इस दौरान वे सामग्रियों की जमकर खरीदारी करते हैं। स्थानीय महिलाओं  ने बताया कि सभी श्रद्धालु बड़े शौक से मलूटी में बनी साजो- सज्जा के सामानों की खरीद करते हैं। 

शिवगंगा की भव्यता देखते ही बनती हैः विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला के दौरान बासुकिनाथ धाम का दृश्य शब्दों में बयां नही किया जा सकता। पूरे 30 दिनो तक इस पवित्र भूमि पर दृश्य भव्य व अलौकिक नजर आता है। इस श्रावणी माह मे बड़ी संख्या में श्रद्धालु फौजदारी बाबा के दरबार पहुँचते हैं। जहाँ एक तरफ पूरे मेला क्षेत्र को मोमेंटम झारखण्ड के तर्ज पर सजाया गया है, वहीं शिवगंगा भी रंगीन लाईट से श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा। मेला क्षेत्र के साथ-साथ रुट लाईन के सभी इलेक्ट्रिक पोल को स्पाइरल लाइटिंग से सजाया गया है। बाबा के दरबार में मत्था टेकने से पूर्व शिवगंगा के पवित्र जल में डूबकी लगाकर लोग खुद को शुद्ध करते हैं। कहा जाता है कि शिवगंगा में डूबकी लगाए बिना जलार्पण का समुचित लाभ प्राप्त नहीं हो सकता। दुमका प्रशासन व बासुकीनाथ मंदिर समिति के संयुक्त प्रयास से शिवगंगा को बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाया गया है। एनडीआरएफ की टीम भी शिवगंगा में 24×7 प्रतिनियुक्त रहती हैं ताकि श्रद्धालुओ को किसी प्रकार की कठनाई न हो। श्रावणी मेला के दौरान बाबा फौजदारी नाथ पर जलार्पण करने वाले श्रद्धालु बासुकिनाथ धाम स्थित शिवगंगा में आस्था की डुबकी लगाकर ही जलार्पण करते हैं।

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