बेगूसराय (अरुण कुमार) शायद अब नीतीश कुमार से संभल नहीं रहा है बिहार। कुछ करो सरकार,ये क्या हो रहा है?क्या आपसे अछूता है,क्या आप नहीं जानते है? आज दिनांक 22 अगस्त 2018 को जहां पूरे देश में बकरईद को धूमधाम से मनाया जा रहा है वहीं बिहार के अंदर लगातार बढ़ रहे शर्मनाक घटनाओं एवं बिगड़ते हालत पर चिंता करते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने रजौरा में मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। छात्रों का मांग था कि पिछले दिनों जो आरा के अंदर एक महिला को निर्वस्त्र करके घुमाया गया उसमें जो दोषी हैं उन्हें अविलंब गिरफ्तार कर उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। सहित बिहार की बेटी मां कैसे सुरक्षित रहेगी इस बात की गारंटी नीतीश कुमार करें। छात्रों का क्रांतिकारी जुलूस दर्जनों की संख्या में श्री सीताराम राय उच्च विद्यालय रजौरा से निकलकर मार्केट का भ्रमण करते हुए दुर्गा मंदिर के पास पहुंचा। वहां पर नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। छात्रों के जुलूस का नेतृत्व करते हुए संगठन के जिला कोषाध्यक्ष अमरेश कुमार ने कहा की सुशासन का दंभ भरने वाले नीतीश सरकार से बिहार बिल्कुल नहीं संभल रहा है। हमारे मुख्यमंत्री को बिहार की जनता की चिंता नहीं है। आगामी लोकसभा चुनाव में किससे गठबंधन करके इनको कितना सीट चाहिए और कैसे इनकी जीत होगी इसी जोड़ घटाव,गुणा और भाग में लगे हुए है। चाहे मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड हो या आरा में महिला को निर्वस्त्र करके घुमाए जाने की घटना हो या बिहार भर में हो रहे बलात्कार की घटना हो तमाम घटनाओं में नीतीश कुमार अपराधियों पर शिकंजा कसने में विफल है। हमारा संगठन सुशासन की इस कुशलता और बिहार की जनता के प्रति नीतीश कुमार की मानसिकता को गांव गांव में जाकर फैलाएगा। वहीं आंदोलनकारी छात्रों को संबोधित करते हुए बेगूसराय अंचल के अध्यक्ष रवि भूषण मौर्य ने कहा की बिहार की जनता के प्रति बिहार सरकार की मंशा साफ नहीं है। इसी वजह से लगातार बिहार के अंदर इतनी शर्मनाक घटनाएं घटने के बावजूद दोषियों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। युवाओं के हाथ में रोजगार के बजाय तलवार थमा या जा रहा है। छात्रों के हाथ में किताब के बजाय उनके अंदर सांप्रदायिक उन्माद फैलाया जा रहा है। इससे छात्र युवाओं को बचने की जरूरत है। इससे निपटने के लिए हमारा संगठन गांव गांव जाकर छात्रों में शिक्षा के प्रति और युवाओं में रोजगार के प्रति जागरुक करने का काम करेगा। और सरकार का शिक्षा विरोधी रोजगार विरोधी रवैया का उजागर करेगा। मौके पर मुकुंद कुमार, भोला कुमार, लखपति कुमार, बिहारी, बिट्टू, अमन, अमित, प्रिंस, पवन, गुड्डू इत्यादि सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।
बेगूसराय (अरुण कुमार) शायद अब नीतीश कुमार से संभल नहीं रहा है बिहार। कुछ करो सरकार,ये क्या हो रहा है?क्या आपसे अछूता है,क्या आप नहीं जानते है? आज दिनांक 22 अगस्त 2018 को जहां पूरे देश में बकरईद को धूमधाम से मनाया जा रहा है वहीं बिहार के अंदर लगातार बढ़ रहे शर्मनाक घटनाओं एवं बिगड़ते हालत पर चिंता करते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने रजौरा में मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। छात्रों का मांग था कि पिछले दिनों जो आरा के अंदर एक महिला को निर्वस्त्र करके घुमाया गया उसमें जो दोषी हैं उन्हें अविलंब गिरफ्तार कर उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। सहित बिहार की बेटी मां कैसे सुरक्षित रहेगी इस बात की गारंटी नीतीश कुमार करें। छात्रों का क्रांतिकारी जुलूस दर्जनों की संख्या में श्री सीताराम राय उच्च विद्यालय रजौरा से निकलकर मार्केट का भ्रमण करते हुए दुर्गा मंदिर के पास पहुंचा। वहां पर नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। छात्रों के जुलूस का नेतृत्व करते हुए संगठन के जिला कोषाध्यक्ष अमरेश कुमार ने कहा की सुशासन का दंभ भरने वाले नीतीश सरकार से बिहार बिल्कुल नहीं संभल रहा है। हमारे मुख्यमंत्री को बिहार की जनता की चिंता नहीं है। आगामी लोकसभा चुनाव में किससे गठबंधन करके इनको कितना सीट चाहिए और कैसे इनकी जीत होगी इसी जोड़ घटाव,गुणा और भाग में लगे हुए है। चाहे मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड हो या आरा में महिला को निर्वस्त्र करके घुमाए जाने की घटना हो या बिहार भर में हो रहे बलात्कार की घटना हो तमाम घटनाओं में नीतीश कुमार अपराधियों पर शिकंजा कसने में विफल है। हमारा संगठन सुशासन की इस कुशलता और बिहार की जनता के प्रति नीतीश कुमार की मानसिकता को गांव गांव में जाकर फैलाएगा। वहीं आंदोलनकारी छात्रों को संबोधित करते हुए बेगूसराय अंचल के अध्यक्ष रवि भूषण मौर्य ने कहा की बिहार की जनता के प्रति बिहार सरकार की मंशा साफ नहीं है। इसी वजह से लगातार बिहार के अंदर इतनी शर्मनाक घटनाएं घटने के बावजूद दोषियों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। युवाओं के हाथ में रोजगार के बजाय तलवार थमा या जा रहा है। छात्रों के हाथ में किताब के बजाय उनके अंदर सांप्रदायिक उन्माद फैलाया जा रहा है। इससे छात्र युवाओं को बचने की जरूरत है। इससे निपटने के लिए हमारा संगठन गांव गांव जाकर छात्रों में शिक्षा के प्रति और युवाओं में रोजगार के प्रति जागरुक करने का काम करेगा। और सरकार का शिक्षा विरोधी रोजगार विरोधी रवैया का उजागर करेगा। मौके पर मुकुंद कुमार, भोला कुमार, लखपति कुमार, बिहारी, बिट्टू, अमन, अमित, प्रिंस, पवन, गुड्डू इत्यादि सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।
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