श्रावण की अंतिम सोमवारी को बैद्यनाथ धाम में शिवभक्तों की भीड़ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 21 अगस्त 2018

श्रावण की अंतिम सोमवारी को बैद्यनाथ धाम में शिवभक्तों की भीड़

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देवघर, 20 अगस्त भगवान शिव के अतिप्रिय श्रावण महीने के अंतिम सोमवार को बिहार और झारखंड के सभी शिवालयों में आस्था का जनसैलाब उमड़ा। शिवभक्त बम-बम भोले और हर-हर महादेव के मंत्रोच्चार के बीच जलाभिषेक कर रहे हैं। इस बीच द्वादश ज्योतिलिर्ंगों में से सबसे महिमामंडित झारखंड के देवघर स्थित कामना ज्योतिर्लिंग (बैद्यनाथ धाम) में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक, यहां अंतिम सोमवार को करीब दो लाख श्रद्घालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। बैद्यनाथ धाम में शिवभक्त ज्योतिर्लिंग के जलाभिषेक के लिए रात से ही कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। बिहार के सुल्तानगंज से गंगा का पवित्र जल लेकर 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर कांवड़िये (शिव भक्त) बैद्यनाथ धाम पहुंचे और कामना लिंग पर जलाभिषेक किया। तड़के तीन बजे की विशेष पूजा के बाद से ही यहां भक्तों ने बारी-बारी कर ज्योतिलिर्ंग पर अरघा जलार्पण व्यवस्था के तहत जलाभिषेक करना शुरू किया। सावन के महीने में देश के कोने-कोने से श्रद्घालु बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक करने आते हैं। बैघनाथ धाम के पुजारी का कहना है कि पौराणिक मान्यता है कि सावन में भगवान शिव की भक्तों पर खास कृपा होती है। बाबा भोले की पूजा करने से भक्तों को सुख, शांति और समृद्घि की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया, "इस अंतिम सोमवारी को 12 वषरें के बाद रविपद्म और सौभाग्यसुंदरी सहित अद्र्घचंद्र योग बना है जो अति हर दृष्टिकोण से लाभप्रद माना जाता है।"

देवघर जिला जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक, आज दो लाख श्रद्घालुओं के यहां पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि देवघर के मंदिर परिसर से श्रद्धालुओं की 12 किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई है और लोग आगे बढ़ रहे हैं। सोमवार को तड़के करीब साढ़े तीन बजे देवघर मंदिर का पट श्रद्घालुओं के लिए खोल दिया गया। पूरा परिसर गेरुए रंग पहने कांवड़ियों से पटा पड़ा है। श्रद्घालुओं की कतार नेहरू पार्क, बीएड कलेज, नंदन पहाड़ होते हुए कुमैठा स्टेडियम तक पहुंच चुकी है। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह श्रद्घालुओं की सुविधा की निगरानी कर रहे हैं। इधर, मेला क्षेत्र में सुरक्षा की कमान संभाल रहे देवघर की पुलिस अधीक्षक सिंह ने सोमवार को बताया कि कांवड़ियों की लंबी कतार लगी हुई है और उनका आना जारी है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। कांवडियों को पंक्ति में कहीं रुकने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रविवार को भी एक लाख से ज्यादा शिवभक्त यहां जलाभिषेक किए थे। इस अंतिम सोमवारी को यह संख्या करीब दो लाख तक जाने की उम्मीद है। इसके अलावा बिहार की राजधानी पटना के शिवालयों सहित झारखंड की राजधानी रांची के पहाड़ी मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है और लोग भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर अपने सुखमय भविष्य की कामना कर रहे हैं। इधर, बिहार के मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर, मोतिहारी के सोमेश्वर मंदिर, रोहतास के गुप्ताधाम मंदिर, सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर, अजगैबीनाथ मंदिर, झारखंड के वासुकीनाथ मंदिर सहित सभी शिवालयों में भी सुबह से ही भक्त जुटे हैं।

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