दिव्यांग के घर में आफत है तिगुना
पटना: दीघा थाना क्षेत्र में है बालूपर मोहल्ला.इस मोहल्ला में रहने वाले पवन जी के मकान में किराया पर रहते हैं स्व. पीटर डेविड और आगता पीटर के पुत्र जोसेफ पीटर (63 साल). जोसेफ पीटर तीन साल से लकवा ग्रसित हैं.इनके 5 लड़की और 1लड़का है.इस परिवार में कोई काम करने वाला नहीं है.फिलवक्त रजनी जोसेफ और मनोज कुमार घर में रहते हैैं.लकवाग्रसित पिता की देखभाल रजनी करती हैं.मनोज कुमार नौकरी की तलाश में भटकता है.दोनों की शादी नहीं हुई है.
लकवाग्रसित जोसेफ पीटर बीमार है
रूलासे आवाज में जोसेफ कहते हैं कि मधुमेह और मूत्र संबंधी रोग से बेहाल हैं. कहते हैं पत्रिसिया जोसेफ की अकाल मौत हो गयी. देखते -देखते 23 साल गुजर गया.मगर देखते - देखते गरीबी दूर नहीं हुई.आफत की चादर ओढ़कर पत्नी के बारे में सोचता हूं.जोसेफ कहते हैं कि पत्नी को सांप डंस लिया.उसे उठाकर कुर्जी होली फैमिली अस्पताल ले गए.इमर्जेंसी में तैनात सी.एम.ओ. ने मरीज पत्रिसिया की जांचकर कहा कि यह मरीज घर जाने लायक है.उसका नाम काट दिए हैं.आप लोग घर ले जाए.इस चिकित्सक ने तो मरीज को ऑब्जरवेशन में नहीं रखा. मरीज का बिल जमा करके जब परिजन मरीज को मैन गेट तक लेकर पहुंचे तो वह मुर्च्छितावस्था में चली गई. गंभीर स्थिति में पत्रिसियो को इमर्जेंसी में लेकर गए तो ड्यूटी में तैनात सी.एम.ओ.ने भरती कर ली.रात के अंधेरी में घटी घटना का पर्दाफाश मौत से हो गयी.लापरवाह चिकित्सक नौकरी से फरार हो गया. मृत्यु 21 जून 1995 को हुई.
कुर्जी पल्ली के पूर्व प्रधान पल्ली पुरोहित
कुर्जी पल्ली के पूर्व प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जोनसन केतकर ने अपाहिज जोसेफ पीटर को 2 साल से धार्मिक कार्य करने के सिलसिले में घर में जाकर परमप्रसाद देने की व्यवस्था करा दी है.होली कॉस की सिस्टर आकर शनिवार को परमप्रसाद देती है.धार्मिक आवश्यकता के रूप में परमप्रसाद मिल रहा हैं.मगर शारीरिक स्वस्थ बनाए रखने के लिए रोटी का लाले पड़ जा रहा है. पुत्र को नौकरी की व्यवस्था होनी चाहिए. नि:शक्तता सामाजिक सुरक्षा पेंशन व घर में किसी की नौकरी नहीं रहने से आफत की जिंदगी काट रहा है जोसेफ पीटर.पिता जोसेफ को पेंशन व पुत्र मनोज को नौकरी चाहिए.

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