जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 09 अगस्त, : भारत-नेपाल दो देशों के बीच व्यापारिक सामरिक एवं बेटी रोटी जैसे संबंध को मजबूती प्रदान करने के लिए सन् सितम्बर 2007 ई. में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने जयनगर-दरभंगा बड़ी रेल लाइन उद्घाटन समारोह के मौके पर जयनगर रेलवे स्टेशन से जयनगर जनकपुर बदीर्बांस नेपाल नई बड़ी रेल लाइन निर्माण कार्य का घोषणा किया था. वर्ष 2010 ई. में नई रेल परियोजना के लिए भारत व नेपाल के बीच समझौता हुआ एवं वर्ष 2011 में वर्षाे पूर्व से चल रही नैरो गेज रेल परिचालन को बंद कर जयनगर-जनकपुर, बदीर्बांस तक 69 किलोमीटर निर्माण कार्य का जिम्मा भारत सरकार ने एरकॉन इंटरनेशनल कम्पनी को तब 548 करोड़ रुपये से सौंपा. एवं निर्माण कार्य अवधि वर्ष 2014 ई0 तक पूरा करना था, लेकिन राशि के आभाव व नेपाल में मधेश आंदोलन के कारण निर्माण कार्यों में काफि विलंब हुआ. जिससे दोनों देशों के आम लोगों पर इस का प्रतिकूल असर देखने को मिला. आपको बता दें कि विगत माह नेपाल के जनकपुर में एक कार्यक्रम के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयनगर,जनकपुर, कुर्था, नेपाल नई बड़ी रेल लाइन का परिचालन इस साल के अंत तक होने की बात कही थी.
शुक्रवार, 10 अगस्त 2018
मधुबनी : जनकपुर-जयनगर रेल लाइन पर रेल इंजन का ट्रायल रन
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