मधवापुर(मधुबनी)। प्रखंड क्षेत्र में एससी एसटी एक्ट में जारी अध्यादेश के खिलाफ आहूत भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। गुरुवार को बंद को लेकर सड़कों पर आवाजाही काफी कम रही वहीँ बाजार में उतनी चहल पहल नहीं दिखी। बंद के कारण स्थानीय बस स्टैंड से लंबी दूरियों की बसों के नहीं खुलने के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। हालाँकि बीच बीच में छोटी गाड़ियों का परिचालन हो रहा था जिससे लोग अपने गंतव्य को पहुँच सके। वहीँ इस राष्ट्रव्यापी बंद के समर्थन में सवर्ण युवाओं ने मधवापुर में पेट्रोल पंप के नजदीक मुख्य सड़क को जाम कर विरोध जताया. नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी युवा अध्यादेश को वापस लिए जाने की मांग कर रहे थे. विरोध के बाद युवाओं की बैठक आयोजित हुई जिसमें समय सीमा तय कर सामान्य वर्ग का एक मंच गठित करने पर सहमति बनी. इस दौरान बैठक को संबोधित करते हुए गोविन्द सत्यम झा ने आरक्षण के जाति पर आधारित होने के बजाय गरीबी के आधार पर मिलने की बात कही. वहीँ बैठक की अध्यक्षता करते हुए विकास झा ने कहा कि केवल चार श्रेणियों के आधार पर आरक्षण दिए जाने की बात कही. पहला हर गरीब को, दूसरा हर दिव्यांग को, तीसरा हर अनाथ को एवं चौंथा देश के लिए शहीद होनेवाले हर जवान के आश्रितों को ही आरक्षण देने की मांग की. जबकि सुमित चौधरी ने सामान्य वर्ग के लोगों की उपेक्षा जारी रहने पर चिंता व्यक्त करते हुए इस पीढ़ी को सामान्य वर्ग के नौकरीपेशा लोगों की अंतिम पीढ़ी की संज्ञा दी. उन्होंने भविष्य में सामान्य वर्ग के लोगों को विदेशों में गुलामी करने व उस दौर में ब्रेन-ड्रेन की समस्या के विकराल रूप धारण करने की बात कही। प्रदर्शन में राहुल मिश्र, रुपेश झा, दुर्गानंद झा, रामेन्द्र झा अंतु, आशुतोष रंजन निखिल, नितेश झा, आशुतोष झा, अंकित चौधरी, आयुष मिश्र, रौशन झा, सोनू झा, अभिषेक झा, मोनू झा, दीपक मिश्र, पिंटू मिश्र सहित दर्जनों युवा शामिल थे।
शुक्रवार, 10 अगस्त 2018
मधुबनी : भारत बंद के समर्थन में मधवापुर में सड़क पर उतरे युवा
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