मुंबई, 20 सितम्बर, जेट एयरवेज के विमान में उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद केबिन प्रेशर कम होने से 30 यात्रियों के नाक और कान से खून बहने लगे, जिसके बाद सरकार ने विमानों के लिए एक सेफ्टी ऑडिट प्लान के आदेश दिए। जेट एयरवेज ने बाद में कहा कि विमान के कॉकपिट क्रू को ड्यूटी से हटा दिया गया है, जो जांच होने तक ड्यूटी नहीं करेंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (सीएसएमआईए) से करीब सुबह छह बजे उड़ान संख्या 9डब्ल्यू-697 के उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही कई यात्रियों ने सिर और कान में बेहद दर्द की शिकायत की। विमान में 166 यात्री और चालक दल के पांच सदस्य सवार थे। जेट एयरवेज के एक प्रवक्ता ने कहा, घटना के बाद विमान को वापस बुलाना पड़ा। विमान के लौटने के बाद हवाईअड्डे पर डॉक्टरों की एक टीम ने यात्रियों को तुरंत चिकित्सीय सुविधा दी। हवाईअड्डे के सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि चालक दल के सदस्य विमान के उड़ान भरने पर केबिन का प्रेशर मेंटेन करने के लिए उपलब्ध बटन 'ब्लीड स्विच' को ऑन करना भूल गए हों, जिस वजह से केबिन दबाव में समस्या उत्पन्न हुई और यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क का प्रयोग करना पड़ा। घटना को गंभीरता से लेते हुए, नागरिक उड्ययन मंत्री सुरेश प्रभु ने तत्काल नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को सभी हवाईअड्डों, विमानों, फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल और एमआरओ को शामिल करते हुए सुरक्षा मानदंडों पर समग्र सुरक्षा ऑडिट प्लान तैयार करने को कहा है। एक अधिकारी ने कहा, उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सुरक्षा ऑडिट तत्काल शुरू हो और 30 दिनों के अंदर उन्हें रिपोर्ट दिया जाए और ऑडिट के दौरान पाए गई त्रुटि पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए। इस घटना से नाराज कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइंस के खिलाफ अपनी दशा को पूरी तरह से अनदेखा करने का आरोप लगाया। एक यात्री ने ट्वीट कर बताया, "उड़ान में तकनीकी गलती के कारण अराजकता की स्थिति। उड़ान टेकऑफ के 45 मिनट के बाद मुंबई वापस आई। मैं और सभी यात्री सुरक्षित हैं।" उन्होंने दावा किया कि एयर कंडीशन व्यवस्था में खराबी आने के बाद वायु दबाव प्रणाली खराब हो गई और ऑक्सीजन मास्क गिरा दिए गए। कई यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें लंबे समय तक विमान में बैठने को मजबूर होना पड़ा। न ही नाश्ता दिया और न ही एयरलाइंस की ओर से कोई जानकारी दी गई। एक अन्य यात्री ने कहा, "आपातकाल लैंडिंग हुई। अब क्या? ग्राउंड स्टाफ के पास भी कोई जवाब नहीं। क्या करें।" कई यात्रियों ने उड़ान में हुए घटनाक्रम की छोटी वीडियो क्लिप साझा की है।
शुक्रवार, 21 सितंबर 2018
जेट एयरवेज की उड़ान में 30 यात्रियों के कान, नाक से बहा खून
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