और सिस्टर सुधा वर्गीज 25 लाख जीत गई,तालियां बजती रहे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 22 सितंबर 2018

और सिस्टर सुधा वर्गीज 25 लाख जीत गई,तालियां बजती रहे

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दानापुर।पद्मश्री सिस्टर सुधा वर्गीज हैं। वे किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। ख्याति प्राप्त नोट्रेडम एकेडमी चलाने वाली सिस्टरों की समूह से हैं सुधा वर्गीज।यह धर्म समाज नोट्रेडेम है। 

धर्म समाज की अनुमति से सेवा 
धर्म समाज की अनुमति से गांव में रहकर समाज सेवा करने लगी। वह बिगरैल मुसहरी जमसौत में रहने लगी। इस बीच नारी गुंजन नाम की संस्था बना लीं। इसमें मुसहर समुदाय के बिट्टेश्वर सौरभ की पत्नी लालमति का योगदान उल्लेखनीय है। सिस्टर सुधा महादलितों की निर्मित सेफ्टीटेंक के ऊपर झोपड़ी बना कर रहने लगी। यहीं से विभिन्न सरकारी दफ्तरों में तथा दानापुर कोर्ट कार्य निष्पादन करने जाने लगी। वह साइकिल चलाकर  आवाजाही किया करती थीं। लोग साइकिल वाली दीदी कहकर बुलाने लगे। अभी आवासीय विघालय चलाती हैं।

इनकी बेस्ट सेवा करने के बल पर पद्मश्री अवार्ड 
कई तरह से सम्मान से सम्मानित हुई हैं सिस्टर सुधा। उसमें सर्वोच्च है पद्मश्री अवार्ड। उनको बाद में सूबे के सी.एम. नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मनोनीत कर दिए.इस समय आयोग विघटित है। दुर्गा पूजा के बाद आयोग को पुर्नगठित करने का विचार सी.एम.साहब ने कर रखा हैं। इस बार सिस्टर सुधा को आयोग का अध्यक्ष की कुर्सी मिलने की संभावना है.इस बार तीन उपाध्यक्ष में से एक उपाध्यक्ष मेरी एडलीन को बनना तय हैं जो पश्चिम चम्पारण में नि:स्वार्थ सेवा करने की परचम लहरा रही हैं ।

मुसहरी से द्वितीय हैं हॉट सीट पर बैठने वाली
नोबल कॉज में मनोज कुमार मांझी  हॉट सीट पर बैठे थे। जनसौत मुसहरी के निवासी हैं।वे जहां पढ़ते थे जमीन खरीदने व भवन निर्माण करने के लिए धन संग्रह करना था।रकम जीतने के बाद महादलित को कुछ न मिला।

कर्मयोगी स्पेशल कार्यक्रम में सुधा
‘कौन बनेगा करोड़पति’ के दसवें सीजन के कर्मयोगी स्पेशल कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित सुधा वर्गीज अनुष्का शर्मा और वरुण धवन के साथ हॉट सीट पर बैठीं। उन्होंने 13 सवालों का जवाब देकर 25 लाख रुपये जीत लिए। शो का पहला सवाल था किस सोशलसाइट पर चिड़िया की आवाज होती है। चार ऑप्शन में ट्वीटर का जवाब दिया। गाना ‘इचक गाना-बिचक दाना’ में पहेली का जवाब देना था। जवाब अनार दिया। इसके अलावा माउंटेनमैन किसे कहा गया, केरल के राजकीय फल का नाम, आईपीएल में इस साल शामिल किया टर्म, मधुबनी की चित्रकारी और महात्मा गांधी के किस खोज को अब तक आविष्कार किए गए उपयोगी चीजों में एक बताया गया, ये सवाल पूछे गए। सिर्फ दो लाइफलाइन लेकर सुधा वर्गीज ने इन प्रश्नों के जवाब दिये। 13 प्रश्नों के अंत में पटना से केबीसी में गई महिला बैंड ने चर्चित गीत ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’ पर प्रदर्शन किया। सुधा वर्गीज के साथ शिष्या रह चुकी लालमति और रचना भी साथ गईं थीं। लालमति ने मुसहर समुदाय में भेदभाव और अशिक्षा के बारे में बताया। उसने कहा कि वह आज जो कुछ भी है सुधा दीदी के कारण है। महिला सशक्तीकरण और लड़कियों की शिक्षा के प्रति सुधा वर्गीज के काम को अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने सराहा। अमिताभ बच्चन ने अंत में कहा कि एक अकेली महिला, जिसके अंदर जुनून है, हौसला है तो वह कुछ भी कर सकती है। ‘जहां चाह वहां राह’ को सुधा वर्गीज ने जीवंत किया है। इस दौरान सुधा वर्गीज की आंखें डबडबा गईं। कार्यक्रम में अमिताभ वह कहानी भी सुनी जिसमें सुधा वर्गीज से साइकिल वाली दीदी बनने की कहानी थी। सुधा वर्गीज ने बताया कि मुसहर महिलाएं जो शराब बनाकर जीवन यापन करती थीं इस बारे में उनमें जागरुकता लायी। उनके हक के लिए थाने से लेकर सड़क पर उतरी।

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