बिहार : आइसा व ऐपवा द्वारा आयोजित छात्रा संवाद में पूरे बिहार से सैंकड़ों लड़कियों का हुआ जुटान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 31 अक्तूबर 2018

बिहार : आइसा व ऐपवा द्वारा आयोजित छात्रा संवाद में पूरे बिहार से सैंकड़ों लड़कियों का हुआ जुटान

छात्रा संवाद में छात्राओं ने कहा - हमें चाहिए पढ़ने-लिखने और अपने मन की आजादी, ऐपवा महासचिव मीना तिवारी, पटना विवि इतिहास विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो. भारती एस कुमार, जेएनयू छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष गीता कुमारी, ऐपवा की राज्य सचिव शशि यादव ने छात्रा संवाद को किया संबोधित
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पटना । पटना के आईएमए हाॅल में आज आइसा व ऐपवा की ओर से छात्रा संवाद का आयोजन हुआ जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से तकरीबन 400 छात्राओं ने हिस्सा लिया और अपने मन की बातें कहीं. छात्रा संवाद में छात्राओं ने पढ़ने-लिखने और हर प्रकार की आजादी की मांग उठाई और कहा कि पुराने तरीके से चीजें अब नहीं चलने वाली है. छात्रा संवाद मंे विश्वविद्यालय की छात्राओं के अलावे बड़ी संख्या में स्कूली छात्रायें भी शामिल हुईं. छात्रा संवाद को मुख्य वक्ता के बतौर ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, पटना पटना विवि इतिहास विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो. भारती एस कुमार, जेएनयू छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष गीता कुमारी, ऐपवा की राज्य सचिव शशि यादव आदि ने संबोधित किया. इनके अलावा वीर कुंवर सिंह विवि की छात्रा श्रेया सिंह, समस्तीपुर से प्रीति, चंपारण से निकिता, मगध महिला काॅलेज में इतिहास की शिक्षिका मनीता यादव, रूची प्रिया, मगध महिला काॅलेज की पूनम कुमारी, प्राची राज आदि छात्रा नेत्रियों ने भी छात्रा संवाद में अपने वक्तव्य रखे. जबकि संचालन पटना वीमेन काॅलेज की छात्रा प्रियंका कुमारी ने किया. कार्यक्रम की शुरूआत हिरावल और फिर कोरस के सामूहिक गान से हुआ. छात्रा संवाद को संबोधित करते हुए मीना तिवारी ने कहा कि आज पूरे बिहार से यहां लड़कियां आई हैं. लड़कियों को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी. हमने नारा दिया है - *पढ़ेगी बेटी, लड़ेगी बेटी.*  इसलिए हमारे आगे बढ़ने के रास्ते में जो भी बाधाएं हैं अब उसे हम मानने को तैयार नहीं है. आज जहां भी लड़कियों को मौका मिल रहा है, वहां लड़कियों ने दिखला दिया है कि वे आज किसी से पीछे नहीं है. हम चाहते हैं कि छात्राएं अब  अपने सवालों को मुखर होकर समाज के सामने रखे. चुपी तोड़नी होगी. अपनी आजादी, अधिकार व सम्मान के लिए अपनी आवाज उठानी है. बिहार में आज स्कूलों, काॅलेजों का घोर अभाव है. पटना में जो लड़कियां पढ़ती हैं, बेहद अपमानजनक जीवन जीती हैं. इसलिए स्कूल, काॅलेज खोलने के सवाल को भी लेकर हमें आगे बढ़ना होगा. लड़कियों का सवाल पूरे समाज का सवाल है. इन सवालों को अब दबाया नहीं जा सकता है.

जेएनयू छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष व आइसा की राष्ट्रीय नेता गीता कुमारी ने कहा कि आज हमारे विश्वविद्यलायों में जीएसकैस को कमजोर किया जा रहा है. जेएनयू में हमने लड़कर इसका गठन करवाया था. बिहार के काॅलेजों में कहीं भी जीएसकैस नहीं है. हमारे देश में एक ऐसी सरकार है, जो खुलेआम बलात्कारियों का साथ देती है. बिहार में डीका कुमारी जैसा कांड करवाया जाता है. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में लड़कियों से सत्ता के संरक्षण में बलात्कार होता है. लड़कियां कैंपसों में भी सुरक्षित नहीं हैं. वे जब अपनी आवाज उठाती हैं तो उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है. महिलाओं को आज हर प्रकार से भाजपा की सरकार पीछे धकेलने में लगी है. इस देश में आधी आबादी को आज तय करना पड़ेगा कि इस देश में किस प्रकार की राजनीति होगी? भाजपा की सांप्रदायिक-पितृवादी राजनीति को बढ़ावा मिलेगा या आधी आबादी अपने अधिकार के लिए उठ खड़ी होगी. प्रो. भारती एस कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम जैसे मामले ऐपवा के संघर्ष के कारण ही सामने आया है. यह हमारी पहलकदमियों का ही नतीजा है कि इस पर सीबीआई कार्रवाई हुई. इसलिए हमें संगठित होकर प्रतिवाद में उतरना होगा और छात्राओं का राज्यव्यापी संगठन करना होगा. इस दिशा में आज का यह आयोजन एक बड़ी पहलकदमी है कार्यक्रम के अंत में हिरावल की टीम ने *हिलेले झकझोर दुनिया* गाने पर लड़कियों का नृत्य प्रस्तुत किया और आने वाले दिनों में छात्राओं के संघर्ष को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ छात्राओं की एक कमिटी के गठन के साथ आज के आयोजन की समाप्ति की गई. हिरावल की प्रीति के नेतृत्व में यह गायन प्रस्तुत किया गया.

इस मौके पर ऐपवा की बिहार राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे, अनीता सिन्हा, मधु, विभा गुप्ता, सोहिला गुप्ता, संगीता सिंह, लीला वर्मा, मालती राम सहित आइसा की फरहीन, प्राची, रिद्धी रानी, रूची, दृष्टि, मुस्कान, हेमा सहित बड़ी संख्या में छात्रायें मंच पर विराजमान थीं. पटना वीमेंस काॅलेज की फरहीन ने छात्रा संवाद के अंत में 11 सूत्री प्रस्ताव पढ़ा और आने वाले दिनों में संघर्ष को मजबूत करने पर चर्चा की. इनके अलावा आज के आयोजन में आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष मोख्तार, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य आकाश कश्यप, बाबू साहेब, पटना विवि के संयोजक विकास यादव, अपूर्व आशू, शुभम, संतोष आर्या, रिंचू, नीतू आदि बड़ी संख्या में आइसा नेता उपस्थित थे.

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