पेट्रोल का भाव 91 रुपये लीटर के पार, एलपीजी भी 500 रुपये के ऊपर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 1 अक्तूबर 2018

पेट्रोल का भाव 91 रुपये लीटर के पार, एलपीजी भी 500 रुपये के ऊपर

petrol-gas-cylender-price-hike
नई दिल्ली, एक अक्टूबर, देश में ईंधन के दाम में तेजी जारी है। पेट्रोल सोमवार को मुंबई में 91 रुपये लीटर के ऊपर निकल गया है। वहीं घरेलू रसोई गैस एलपीजी पहली बार 500 रुपये के स्तर को पार कर गया है। तेल की कीमत के चार साल के उच्च स्तर पर पहुंचने के साथ देश भर में ईंधन के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच गये हैं।सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल के दाम 24 पैसे और डीजल 30 पैसे प्रति लीटर बढ़ाये गये हैं।इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत रिकार्ड ऊंचाई 83.73 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 75.09 रुपये लीटर पर पहुंच गयी। मुंबई में इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी) के पेट्रोल पंपों पर अब पेट्रोल 91.08 रुपये, भारत पेट्रोलिय कारपोरेशन के पंपों पर 91.15 रुपये तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. के स्टेशनों पर 91.15 रुपये बिक रहा है। वहीं डीजल के भाव आईओसी के पेट्रोल पंपों पर 79.72 रुपये लीटर तथा बीपीसीएल के पंपों पर 79.79 रुपये लीटर है। भारत कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने तथा मजबूत मांग के कारण घरेलू बाजार में ईंधन महंगा हो रहा है।  अमेरिका के ईरान पर पाबंदी लगाने से पहले ब्रेंट क्रूड का भाव नवंबर 2014 के बाद उच्च स्तर पर पहुंच गया है। दुनिया के आधे से अधिक तेल के लिये ब्रेंट मानक है। ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 83.27 डालर प्रति बैरल हो गया जो पांच सप्ताह पहले 71 डालर पर था।दूसरी तरफ डालर के मुकाबले रुपया इसी दौरान 5-6 प्रतिशत टूटा है। इससे कच्चे तेल का आयात महंगा हुआ है। अगस्त के मध्य से पेट्रोल जहां 6.59 रुपये लीटर महंगा हुआ है वहीं डीजल 6.37 रुपये चढ़ा।  तेल कंपनियों के अनुसार इसके साथ सोमवार को घरेलू रसोई गैस 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत भी 2.89 रुपये चढ़कर 502.40 रुपये पर पहुंच गयी। इसका कारण मूल कीमत पर जीएसटी दर का अधिक होना है। यह लगातर पांचवां महीना है जब सब्सिडी वाले एलजीजी के दाम में वृद्धि हुई है। इसकी कीमत मई में 491.21 रुपये थी। सभी ग्राहकों को एलपीजी बाजार भाव पर खरीदने होते हैं। हालांकि सरकार साल में 14.2 किलो के 12 सिलेंडर प्रति परिवार सब्सिडी पर देती है। इसके लिये सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में डाली जाती है। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढ़ते हैं, सरकार उतनी ही ऊंची दर से सब्सिडी देती है। लेकिन कर नियमों के अनुसार एलपीजी पर जीएसटी दर बाजार भाव पर लगाया जाता है। सरकार कीमत के हिस्से पर तो सब्सिडी देती है लेकिन कर बाजार दर के हिसाब से देना होता है। इससे कीमत बढ़ती है। बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का बाजार भाव दिल्ली में 59 रुपये बढ़कर 879 रुपये पर पहुंच गया है। आईओसी के अनुसार ग्राहकों के बैंक खातों में भेजी जाने वाली सब्सिडी अक्टूबर में बढ़कर 376.60 रुपये प्रति सिलेंडर हो गयी जो इससे पूर्व माह में 320.49 रुपये थी। सभी महानगरों और राज्यों की राजधानी के मुकाबले दिल्ली में ईंधन सस्ता है। इसका कारण कर का कम होना है। वहीं मुंबई में बिक्री कर या वैट सर्वाधिक है।

कोई टिप्पणी नहीं: