रोप स्किपिंग खेल में बच्चों की प्रतिभा देखकर सब कायल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 15 अक्तूबर 2018

रोप स्किपिंग खेल में बच्चों की प्रतिभा देखकर सब कायल

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नई दिल्ली।  दिल्ली ओलम्पिक एसोसिएशन के तत्वाधान में चल रही दिल्ली ओलंपिक्स खेल -2018 के रोप स्किपिंग चैंपियनशिप में बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए अनेक पदकों जीत हासिल करके अपने को साबित किया है। प्रतियोगिता के पहले दिन मुख्य अतिथि इंदिरा गाँधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फिजिकल एंड स्पोर्ट्स साइंस के प्रधानाचार्य डॉ.धनजय शॉ,रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के महासचिव एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी निर्देश शर्मा,डी ए वी स्कूल पश्चिम विहार के शारीरिक शिक्षा विभाग के एचओडी आकाश शर्मा,दिल्ली जम्प रोप एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी अशोक कुमार निर्भय,अखिल भारतीय अग्रवाल सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया।  इस मौके पर खिलाडियों और अभिभावकों एवं शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के महासचिव एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी निर्देश शर्मा ने कहा कि हम आभारी है दिल्ली ओलम्पिक एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री कुलदीप वत्स जी के जिन्होंने हमारी रोप स्किपिंग खेल दिल्ली ओलम्पिक के स्थान दिया। उन्होंने कहा कि रस्‍सी कूदना सबसे आसान और बेहतर व्‍यायाम माना जाता है, क्‍योंकि कुछ ही मिनटों में इसके जरिये पूरे शरीर का व्‍यायाम होता है। अगर आप तेजी से वजन कम करना चाहते हैं तो रोप स्किपिंग कीजिये। रस्‍सी कूदने की खास बात यह है कि इसे कभी भी और कहीं भी कर सकते हैं। यात्रा के दौरान भी आप अपनी रस्‍सी को साथ ले जा सकते हैं। रस्‍सी कूदने से दिल भी स्‍वस्‍थ रहता है। इसके कारण दिल तेजी से धड़कता है जिसके फलस्वरूप आक्सीजन अधिक मात्रा में फेफड़ों में जाती हैं व पूरे शरीर में रक्त का संचार तीव्र गति से होता है। इससे शरीर का तनाव कम होता है और शरीर के सभी अंग अधिक कार्यक्षमता से कार्य करते हैं। निर्देश शर्मा ने कहा कि हमारी फडरेशन के सर्टिफाइड कोच से ही सीखें क्योंकि जानकारी के आभाव में आपको नुकसान भी हो सकता है। उन्होंने सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि रस्सी कूदने समय कुछ बातों का ध्यान रखें नहीं तो आपको चोट लग सकती है या मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है। रस्से हमेशा खाली पेट कूदें, कपड़े खुले और आरामदेह ही पहनें। रस्सी कूदने से पहले हल्के व्यायाम कर लें ताकि मांसपेशियों से कसाव कम हो जाए व उनको नुकसान न पहुंचे। बहुत ऊंचा कूदने की जरूरत नहीं, इससे आप गिर भी सकते हैं। रस्सी कूदने की गति भी धीमी रखें। शुरूआत में थोड़ा रस्सी कूदें, फिर धीरे-धीरे गति व सीमा बढ़ाएं। इस मौके पर जानकारी देते हुए दिल्ली के कोषाध्यक्ष एवं रोप स्किपिंग फडरेशन ऑफ़ इंडिया के मीडिया सलाहकार ने बताया की पहले दिन बालिका वर्ग की स्पर्धाएं हुई जिसमें स्पीड स्प्रिंट अंडर - 11 में परिशा ने स्वर्ण पदक,प्रियांशी ने रजत और रिया ने कांस्य पदक जीते। डबल अंडर के मुकाबले में अंडर -14 आयुवर्ग में रानी ने स्वर्ण,अश्वांकि ने रजत,नैंसी ने कांस्य पदक जीते। अंडर -17 डबल डच फ्री स्टाइल स्पर्धा में समीक्षा,शामभवी, नंदनी ने स्वर्ण पदक,ख़ुशी गुप्ता,प्राची,तान्या ने रजत,ख़ुशी खुशबू गौतमी ने कांस्य पदक जीत कर आपने - अपने स्कूल का नाम रोशन किया।

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