नई दिल्ली 14 नवंबर, वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में नवीकरणीय ऊर्जा समाधान मुहैया कराने वाली प्रमुख कंपनी सुजलॉन समूह ने साल-दर-साल आधार पर 280 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि हालांकि समीक्षाधीन अवधि में कंपनी के एबिट्डा (कर, वेतन समेत अन्य देनदारियां चुकाने से पहले की आय) में 9.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जोकि 280 करोड़ रुपये रही। सुजलॉन समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे. पी. चालसानी ने कहा, "हमने तमिलनाडु के चंद्रा गिरी में 250 मेगावॉट क्षमता वाली सेंबकॉर्प इनर्जी इंडिया लि. (एसईआईएल) के एसईसीआई 1 पवन ऊर्जा परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया। हम एकलौते ईपीसी कंपनी हैं, जिसने समूची परियोजना को मूल समय और डेडलाइन से छह महीने पहले पूरा किया है।" उन्होंने बताया, "हमने एक और मील का पत्थर पार किया और भारत में 12 गीगावॉट और दुनिया भर में 18 गीगावॉट क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा की स्थापना की।" समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी कीर्ति वगाडिया ने कहा, "वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में हमारा प्रदर्शन बदलाव के चरण के लंबा खिंचने से प्रभावित हुआ है। इससे हमारा वॉल्यूम भी कमजोर हुआ है। इसके साथ ही रुपये के मूल्य में गिरावट का भी हमारे प्रदर्शन पर असर पड़ा है।"
गुरुवार, 15 नवंबर 2018
सुजलॉन को 280 करोड़ रुपये का घाटा
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