पटना: आज शनिवार को ने ऐपवा ऐलान कर दी है कि सरकार मांग पूरी कर दें. ऐसा न करने पर तेज व आक्रोश पूर्ण आंदोलन झेलने को तैयार हो जाए. ऐपवा का मानना है महिला पुलिस किस तरह अपने अधिकारियों द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकार बनायी जा रही थी वह सब अब धीरे-धीरे सामने आ रहा है. डेंगू से महिला पुलिस की मौत बहुत ही दुखद है. उसे श्रद्धांजलि देने और आंदोलन में शामिल महिलाओं के प्रति सरकार के दमनात्मक रवैए का विरोध करने के लिए शनिवार की शाम बुद्धा स्मृति पार्क के पास से कैंडल मार्च निकाला गया है. ऐपवा की मांग है कि आंदोलनकारी तमाम पुलिसकर्मियों की बर्खास्ती वापस लो,आंदोलनकारी पुलिसकर्मियों पर से तमाम मुकदमे वापस लो, अत्याचारी पुलिस अधिकारी पर सविता कुमारी पाठक की हत्या का मुकदमा दर्ज हो, सविता पाठक के हत्यारे पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार करो, पुलिस लाइन में महिला के यौन उत्पीड़न पर रोक लगाओ और मृत सविता पाठक के परिजन को सरकारी नौकरी और 20 लाख रूपए मुआवजा दो. इस मार्च में महासचिव मीना कुमारी, राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भारती एस कुमार , तलाश पत्रिका की संपादक मीरा दत्त,ऐपवा राज्य-सचिव अनिता सिन्हा, नगर अध्यक्ष मधु के अलावा रीना प्रसाद ,राखी जगदीश,आकाश, शोभा सिंह,पूजा,प्रियंका(आइसा) आदि शामिल रहे.
शनिवार, 10 नवंबर 2018
बिहार : मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन झेलने को तैयार रहे सरकार : ऐपवा
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