लखनऊ, 24 नवम्बर, अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के ठीक पहले दोनों हिन्दुत्ववादी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना मंदिर मुद्दे को भुनाने के लिये आमने सामने खड़ी हो गयी है। अयोध्या में पहली बार शिवसेना प्रमुख की यात्रा ने भगवा ब्रिगेड के बीच कुछ दहशत पैदा की है, जिसने उन्हें रविवार को विश्व हिन्दु परिषद (विहिप)द्वारा आयोजित धर्मसभा को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोकने पर मजबूर कर दिया है। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, अपने बेटे आदित्य तथा अन्य परिवार के सदस्यों के साथ शनिवार दोपहर में अयोध्या पहुच गये है। श्री उद्धव दोपहर में संतों और साधुओं का सम्मान करेगे और बाद में सरयू आरती में भाग लेंगे। मुंबई जाने से पहले शिवसेना प्रमुख अपने परिवार के साथ रामलला के अस्थायी मंदिर में पूजा करेगे। महाराष्ट्र तथा अन्य क्षेत्रों से आये सांसदों और विधायको के साथ लगभग 8000 शिव सैनिक यहां पहुचे है। शनिवार सुबह शिवसैनिकों को लेकर दो विशेष ट्रेन अयोध्या पहुंची हैं।
शनिवार, 24 नवंबर 2018
मंदिर मुद्दे को भुनाने के लिये भाजपा और शिवसेना आमने सामने
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