पूर्णियां : ब्रोकली की खेती से किसानों की हो रही बल्ले बल्ले, मिल रहा चार गुना मुनाफा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 21 नवंबर 2018

पूर्णियां : ब्रोकली की खेती से किसानों की हो रही बल्ले बल्ले, मिल रहा चार गुना मुनाफा

  • - ब्रोकली का सल्फोराफेन देता है कैंसर से लड़ने की ताकत तो बिटामिन ए है आंखों के लिए फायदेमंद


broccoli farming
कुमार गौरव । पूर्णिया : कुछ दिनों पहले तक लोगों को पता नहीं था कि कोई सब्जी ऐसी भी है तो न सिर्फ किसानों के चार गुना ज्यादा फायदा देती है बल्कि खाने वालों को कैंसर से लड़ने की ताकत भी देती है। जैसे जैसे लोगों को पता चल रहा है वैसे वैसे इस सब्जी की तरफ लोग आकर्षित हो रहे हैं। इस सब्जी का नाम है ब्रोकली। कुछ लोग इसे हरा गोभी भी कहते हैं। इससे होने वाले फायदे के कारण ही कृषि वैज्ञानिक लगातार इसके प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं। देखने में फूलगोभी जैसा ही है ब्रोकली लेकिन इसका रंग हरा है। फूलगोभी की तुलना में इसमें 130 गुना ज्यादा विटामिन ए पाया जाता है। जो आंखों के लिए फायदेमंद है। ब्रोकली में सबसे ज्यादा सल्फोराफेन नामक तत्व पाया जाता है, जो कैंसर जैसी भयानक बीमारी से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें खनिज और लवण भी अत्यधिक पाया जाता है। इतना ही नहीं इसमें प्रोटीन और मिनरल की भी प्रचुरता रहती है। गोभी का पौधा एक बार फूल गोभी देने के बाद बेकार हो जाता है लेकिन ब्रोकली के साथ ऐसा नहीं है। इससे कई कलिकाएं निकलती हैं। 

...ब्रोकली के लिए बलुई दोमट मिट्‌टी बेहतर : 
जलालगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ अभिषेक प्रताप सिंह कहते हैं कि इसको लगाने के लिए बलुई दोमट उपयुक्त है जिसमें जीवाष्म पदार्थ की अधिकता हो। इसके लिए मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 6.5 रहना चाहिए। इसकी रोपाई में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि एक पौधे से दूसरे पौधे के बीच 45 सेंटी मीटर की दूरी हो। रोपाई के 50 से 55 दिन के बाद ये सब्जी खाने योग्य हो जाता है। इसमें एक एकड़ पर करीब 75 हजार रुपए का खर्च आता है जबकि इससे शुद्ध मुनाफा 3 लाख होता है। ब्रोकली की खेती करने वाले डगरुआ विश्वनाथपुर के किसान मिथिलेश कुमार सिंह कहते हैं कि उन्होंने पहली बार ब्रोकली की खेती की है। इसलिए सिर्फ डेढ कट्ठा में ही लगाया है। इसमें 2500 रुपए खर्च हुए थे और पहली कटाई में 8000 का फायदा हुआ है। वो कहते हैं कि ये फायदेमंद है इसलिए इस बार ज्यादा खेत में ब्रोकली लगाएंगे। जलालगढ़ के दीपक कुमार ने बताया कि ये सब्जी बहुत ही फायदेमंद है। किसानों को इससे चार गुना अधिक मुनाफा होता है। वो इस सब्जी को अपनी गायों को भी खिलाते हैं। हर गाय हर दिन आधा लीटर ज्यादा दूध दे रही है। वो कहते हैं कि फूलगोभी अभी थोक बाजार में 10 से 12 रुपए किलो है जबकि ब्रोकली 25 से 30 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। उन्होंने बताया कि अभी इस सब्जी को सिर्फ वही लोग खरीद रहे हैं जिनको इसके फायदे के बारे में पता है। धीरे धीरे लोगों को इसके बारे में जानकारी हो रही है। 

...ब्रोकली की खेती की ओर आकर्षित हो रहे लोग :  कुछ साल पहले ब्रोकली को लोग लगाना पसंद नहीं करते थे। लेकिन जैसे जैसे लोगों को इसके बारे में जानकारी मिल रही है वैसे वैसे लोग इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं। : डॉ अभिषेक प्रताप सिंह, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़।

कोई टिप्पणी नहीं: