रांची, 29 नवंबर, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने गुरुवार को एक साल के लिए ब्याजमुक्त कृषि ऋण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगर किसान एक साल के भीतर बैंक को कर्ज वापस कर देगा तो उसे ब्याज नहीं देना पड़ेगा। रघुबर दास यहां वैश्विक कृषि एवं खाद्य सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, "प्रदेश सरकार एक साल तक का ब्याज भरेगी। शर्त सिफ यह है कि कर्ज एक साल के भीतर वापस किया जाए।" उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्वेत क्रांति को प्रोत्साहन देने के लिए डेयरी सेक्टर में 50 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, "महिलाओं को समूह बनाकर डेयरी फार्मिग शुरू करनी चाहिए।" मुख्यमंत्री ने किसानों से सिर्फ खेती पर निर्भर नहीं रहने की अपील की। उन्होंने कहा, "किसानों को कृषि कार्य को तीन भागों- खेती, डेयरी के लिए पशुपालन और बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा उत्पादन में बांटना चाहिए। इन उपायों को अपनाने से किसानों की आमदनी चार गुना बढ़ जाएगी।" दास ने कहा, "अगले साल मई से प्रदेश में किसानों के लिए एक अलग बिजली फीडर लाइन बनाई जाएगी। प्रदेश में उद्योग, आम जनता और कृषि के लिए अलग-अलग लाइन बनाने पर काम चल रहा है ताकि सभी वर्गो को समान रूप से बिजली की आपूर्ति हो। अगस्त 2019 से प्रदेश के सभी गांवों में चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।" उन्होंने कहा कि 50 महिलाओं समेत 100 किसानों को खेती की आधुनिक तकनीक सीखने के लिए इजरायल और फिलीपींस भेजा जाएगा।
शुक्रवार, 30 नवंबर 2018

झारखंड के किसानों को एक साल के लिए मिलेगा ब्याजमुक्त कर्ज : मुख्यमंत्री
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