दीपावली के पावन अवसर पर हिन्दु आर्ट एंड पीस म्यूजियम का उद्घाटन कनाडा के प्रधानमंत्री जी ने किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 17 नवंबर 2018

दीपावली के पावन अवसर पर हिन्दु आर्ट एंड पीस म्यूजियम का उद्घाटन कनाडा के प्रधानमंत्री जी ने किया

भारतीय मूल के कनाडा के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ एवं सर्जन डाॅ बुद्धेन्द्र दूबे जी ने की पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से मुलाकातहिन्दु धर्म म्यूजियम और विष्णु मन्दिर की स्थापना कर पूरा दूबे परिवार करता है पूजा, हनुमान चालिसा तथा भारतीय संस्कृति और संस्कारों का प्रचारजीवन का लक्ष्य दिन में हृदय रोगियों की सेवा और शाम को भारतीय संस्कृति और हिन्दु धर्म के प्रचार-प्रसार के लिये कार्य करनातुलसी का पौधा, महाग्रंथ रामायण और भारतीय संस्कृति को लेकर 150 वर्ष पूर्व गुयाना, सुरीनाम गये थे डाॅ बुद्धेन्द्र दूबे के पूर्वज
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ऋषिकेश/कनाडा, 17 नवम्बर। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज से भारतीय मूल के कनाडा के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ एवं सर्जन डाॅ बुद्धेन्द्र दूबे जी ने  मुलाकात की। भारत से दूबे परिवार 150 वर्ष पूर्व तुलसी का पौधा, महाग्रंथ रामायण लेकर गुयाना, सुरीनाम के लिये रवाना हुये थे अब वे टोरंटो, कनाडा में रह रहे है। वहां पर उन्होने पूजा-पाठ, भारतीय संस्कृति, संस्कार और हनुमान चालिसा का प्रचार-प्रसार शुरू किया। भारतीय संस्कृति की स्थापना के लिये कनाडा में हिन्दु धर्म का म्यूजियम एवं विष्णु मन्दिर की स्थापना की। दीपावली के पावन अवसर पर हिन्दु धर्म म्यूजियम का उद्घाटन कनाडा के प्रधानमंत्री जी ने किया। डाॅ बुद्धेन्द्र दूबे कनाडा के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ है, जो कि दिन में रोगियो की सेवा करते है और शाम को प्रभु की भक्ति, भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार करते है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने बताया कि वर्ष 1987 में हिन्दु धर्म विश्वकोश की संरचना की अमेरिका में तैयारियां चल रही थी उस समय डाॅ दूबे जी ने बढ़-चढ़ कर सहयोग किया। उन्होने इन्डिया हेरिटेज रिर्सच फाउंडेशन के प्रेसिडेंट बनकर बहुत बड़ी भूमिका निभायी और उस कार्य को काफी आगे बढ़ाया। उन्होने हिन्दु धर्म की संस्कृति, संस्कार, हिन्दु धर्म विश्वकोश के लिये  तथा विशेष कर हिन्दुधर्म को एक वैज्ञानिक एवं आधुनिक स्वरूप प्रदान किया उनके अद्भुत कार्यो लिये स्वामी जी महाराज ने रूद्राक्ष का पौधा और अंगवस्त्र भेंट कर अभिनन्दन किया और आशीर्वाद दिया। स्वामी जी महाराज ने कहा कि डाॅ दूबे, लोगों के दिलों की सर्जरी तो करते है साथ ही लोगों के दिमाग की भी सर्जरी करते है। लोगों के दिलो; दिमागो की सर्जरी के साथ-साथ उनके हृदय परिवर्तन करते है साथ ही भागवत कथा, रामायण कथा संगीत के साथ कराते है ऐसा व्यक्तित्व अपने आप में अद्भुत संगम है।  स्वामी जी महाराज ने दूबे परिवार को प्रयाग कुम्भ मेला में सहभाग हेतु आमंत्रित किया। डाॅ बुद्धेन्द्र दूबे जी ने स्वामी जी महाराज का आमंत्रण स्वीकार करते हुये कहा कि वे कुम्भ मेला में आकर कथा करेंगे तथा अपने साथ अनेक विदेशी भक्तों एवं अप्रवासी भारतीयों को भी लेकर आयेंगे। स्वामी जी महाराज ने कहा कि यह अद्भुत दृश्य होगा जब संगम के तट पर देशी-विदेशी और अप्रवासी भारतीयों का संगम होगा तथा माँ गंगा के तट से भारतीय संस्कृति और संस्कारों का संदेश प्रसारित किया जायेगा। स्वामी जी महाराज ने बताया कि डाॅ बुद्धेन्द्र दूबे जी भारतीयता और पर्यावरण संरक्षण के लिये अद्भुत कार्य किये है। विष्णु मन्दिर परिसर की आस-पास की स्वच्छता और हरियाली कनाडा वासियों के लिये एक उद्हरण का केन्द्र है। मन्दिर के हरित और स्वच्छ उद्यान में महात्मा गांधी जी की विशाल मूर्ति है उस प्रतिमा का दर्शन कर लोग अहिंसा के रास्ते पर चलने का संकल्प लेते है। गांधी जी की प्रतिमा वहां से गुजरने वाले लोगों की प्रेरणा का स्रोत है। स्वामी जी महाराज ने डाॅ बुद्धेन्द्र दूबे जी को पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर आशीवार्द दिया।

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