मुंबई, आर्यावर्त डेस्क, 17 नवंबर,2018 मुंबई स्थित बच्चों के बाई जेरबाई वाडिया अस्पताल के फरवरी 2017 में बाल ह्रदय शल्य चिकित्सा विभाग की स्थापना से अब तक 800 से ज्यादा बाल हृदय रोगियों के ह्रदय सम्बन्धी रोगों का निदान किया जा चुका है ,जिसमें जटिल ह्रदय प्रक्रियाओं और शल्य (सर्जरी ) शामिल हैं. कुछ विशेष मामलों में जैसे एक किलोग्राम वजन के बच्चे की बलून एंजियोप्लास्टी, समय पूर्व जन्मे और कम वजन के नवजात बच्चों की कृत्रिम ह्रदय फेफड़े समाधान के मार्फ़त भी सफलता पूर्वक इलाज संभव किया गया है. इस बाबत जानकारी देते हुए अस्पताल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.मिनी बोधनवाला ने बताया कि ज्यादातर निम्न सामाजिक आर्थिक परिवेश के बाल मरीजों के सफलता पूर्वक इलाज का श्रेय अस्पताल के पेशेवर डॉक्टरों,नर्सों और कर्मचारियों का है.साथ ही विभिन्न सामाजिक व चैरिटेबल संस्थाओं के सहयोग से बाल ह्रदय रोगियों के लिए बाई जेरबाई वाडिया अस्पताल में वैश्विक स्तर के चिकित्सा सुविधा का लाभ संभव हो पाया है.
शनिवार, 17 नवंबर 2018
मुंबई : वाडिया में 800 नवजातों के दिल का इलाज : डॉ.मिनी
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